लखनऊ: उत्तर प्रदेश को वैश्विक विवाह गंतव्य के रूप में स्थापित करने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाते हुए, राज्य सरकार ग्रेटर नोएडा में एक अत्याधुनिक इंटरनेशनल वेडिंग सिटी (अंतर्राष्ट्रीय विवाह शहर) विकसित करने की महत्वाकांक्षी योजना पर काम कर रही है। यह पहल उस गतिशील परिवर्तन को रेखांकित करती है, जहाँ भारतीय विवाह उद्योग ‘बैलगाड़ी से चार्टर प्लेन की बारात’ तक का एक अविश्वसनीय सफर तय कर चुका है।
प्रस्तावित इंटरनेशनल वेडिंग सिटी का उद्देश्य घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय दोनों तरह के ग्राहकों को आकर्षित करना है, जो भव्य और यादगार विवाह समारोहों की तलाश में हैं। इस परियोजना के तहत, ग्रेटर नोएडा में विश्व स्तरीय विवाह स्थल, लक्जरी रिसॉर्ट्स, थीम-आधारित बैंक्वेट हॉल, कन्वेंशन सेंटर और शादी से संबंधित सभी आवश्यक सेवाओं के लिए एक एकीकृत हब विकसित किया जाएगा। इसमें विशेषज्ञ वेडिंग प्लानर, डेकोरेटर, कैटरर, फैशन डिजाइनर, फोटोग्राफर और मनोरंजन प्रदाता एक ही छत के नीचे उपलब्ध होंगे। शहर में मेहमानों के लिए उच्च गुणवत्ता वाले आवास विकल्प, मनोरंजन सुविधाएं और आसान पहुंच के लिए बेहतर कनेक्टिविटी भी सुनिश्चित की जाएगी।
भारतीय विवाह उद्योग पिछले कुछ दशकों में एक छोटे पारिवारिक आयोजन से बढ़कर एक मल्टी-बिलियन डॉलर के संगठित क्षेत्र में तब्दील हो गया है। एक समय था जब शादियाँ साधारण ढंग से संपन्न होती थीं और बारातें अक्सर बैलगाड़ी या पैदल निकलती थीं। आज, यह उद्योग डेस्टिनेशन वेडिंग्स, थीम-आधारित समारोहों और भव्य आयोजनों का पर्याय बन गया है, जहाँ दुल्हा-दुल्हन चार्टर प्लेन से आते हैं और विवाह समारोह कई दिनों तक चलते हैं, जिनमें अंतर्राष्ट्रीय कलाकार भी शिरकत करते हैं। यह बदलाव जीवनशैली में सुधार, बढ़ती खर्च करने की शक्ति और वैश्विक रुझानों को अपनाने का परिणाम है।
इस इंटरनेशनल वेडिंग सिटी से राज्य को कई आर्थिक लाभ मिलने की उम्मीद है। यह लाखों प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार के अवसर पैदा करेगा, जिनमें हॉस्पिटैलिटी, इवेंट मैनेजमेंट, सजावट, खानपान, परिवहन और अन्य सहायक सेवाओं के क्षेत्र शामिल हैं। यह उत्तर प्रदेश में पर्यटन को भी बढ़ावा देगा, क्योंकि विवाह समारोहों में शामिल होने वाले मेहमान अक्सर आसपास के पर्यटक स्थलों का भी भ्रमण करते हैं। इसके अतिरिक्त, यह राज्य के राजस्व में वृद्धि करेगा और उत्तर प्रदेश को सेवा क्षेत्र में एक अग्रणी खिलाड़ी के रूप में स्थापित करेगा।
सरकार का मानना है कि ग्रेटर नोएडा की दिल्ली-एनसीआर से निकटता, अच्छी कनेक्टिविटी और विकसित बुनियादी ढांचा इस परियोजना के लिए आदर्श स्थान प्रदान करता है। जेवर अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे की निकटता भी इसे अंतर्राष्ट्रीय आगंतुकों के लिए और अधिक सुलभ बनाएगी। इस पहल के माध्यम से, उत्तर प्रदेश न केवल अपनी सांस्कृतिक विरासत और आतिथ्य का प्रदर्शन करेगा, बल्कि वैश्विक विवाह बाजार में एक मजबूत दावेदार के रूप में उभरेगा, जो भविष्य में ‘शादियों की राजधानी’ के रूप में जाना जा सकता है।