[ad_1]
यमुना नदी
– फोटो : अमर उजाला
ख़बर सुनें
विस्तार
ताजे वाला बांध से छोडे़ गए तीन लाख क्यूसेक पानी ने जिले के निचले इलाकों में खलबली मचा दी है। बृहस्पतिवार को यहां यमुना का जल स्तर चेतावनी लेवल के पास पहुंच गया है। देर रात तक इसके और बढ़ने की आशंका है। संभावना जताई जा रही है कि शुक्रवार से पानी का स्तर कम होना प्रारंभ कर देगा। स्थिति को देखते हुए सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने गोकुल बैराज से आगरा के लिए अधिकतम पानी छोड़ना प्रारंभ कर दिया है।
दो दिन से यमुना के जल स्तर में लगातार बढ़ोत्तरी हो रही है। यमुना के खादर में बनी कॉलोनी में रहने वालों की नींद गायब हो गई। नौहझील में खेतों पानी भर गया। वृंदावन और मथुरा की अनेक कालोनियों में पानी घुस आया है। प्रशासन ने इसे लेकर अलर्ट जारी किया और आसपास मुनादी करा दी है। बृहस्पतिवार को दोपहर तीन बजे तक यमुना का जलस्तर प्रयाग घाट पर चेतावनी स्तर 165.20 मीटर को पार कर गया। इसके रात आठ बजे तक और बढ़ने की आशंका रही है। इसके बाद यमुना के जल का स्तर बढ़ना रुक जाएगा।
ये भी पढ़ें- Mathura: प्राइमरी स्कूल की छत का लिंटर गिरने से मचा हड़कंप, आठ छात्र-छात्राएं घायल
166 मीटर है खतरे का निशान
बता दें यमुना में खतरे का निशान 166.00 मीटर पर है। सिंचाई विभाग के सहायक अभियंता राकेश कुमार ने बताया कि मथुरा में दिन में 61 हजार 201 क्यूसेक जल गोकुल बैराज से आगरा के लिए छोड़ा है। ताजे वाला बांध या फिर ओखला से वर्तमान में अधिक मात्रा में पानी नहीं छोड़ा जा रहा है। इसलिए शुक्रवार सुबह से जल स्तर कम होना प्रारंभ हो जाएगा।
ये भी पढ़ें- ठुमकों पर हंगामा: मैजिक शो का पर्दा उठते ही नाचने लगीं बार बालाएं, हुआ कुछ ऐसा, मुंह छिपाकर निकले लोग
[ad_2]
Source link