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नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) द्वारा 2020 के आंकड़ों के अनुसार भारत में प्रत्येक 42 मिनट में एक स्टूडेंटस सुसाइड करके अपनी जान ले रहा है, वहीं 34 से अधिक स्टूडेंट्स रोजाना सुसाइड कर रहे हैैं. तेजी से बढ़ते अवसाद को पहचानकर सही समय पर सही कदम उठाया जाए तो सुसाइड को रोका जा सकता है. इसके बारे में जागरुकता बढ़ाने के लिए हर साल 10 सितंबर को वल्र्ड सुसाइड प्रिवेंशन डे मनाया जाता है. इस बार इसकी थीम 'क्रिएट होप थ्रू एक्शनÓ रखी गई है.
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