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पुलिस गिरफ्त में आरोपी
– फोटो : अमर उजाला
विस्तार
सौ व्यापारियों से 15 करोड़ की ऑनलाइन धोखाधड़ी में जेल भेजे गए अफ्रीकी नागरिकों का विदेशी कनेक्शन पुलिस तलाश रही है। दोनों आरोपी ठगी की रकम मनी एक्सचेंजर के माध्यम से अपने देश भेजते थे। पुलिस को उनके मोबाइल और लैपटॉप में कई व्यापारियों से चैट और खातों की जानकारी मिली है। उनके अन्य सदस्यों के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है।
फतेहाबाद निवासी राजीव पालीवाल के साथ जूट के बोरे भेजने के नाम पर 7.82 लाख रुपये की ठगी हुई थी। मामले में साइबर क्राइम थाना पुलिस ने कैमरून के रहने वाले अकुंबे बोमा और माइकल बूनेवा को ग्रेटर नोएडा से गिरफ्तार किया।
पुलिस ने आरोपियों के मोबाइल और लैपटॉप की जांच की। हालांकि ज्यादा डाटा नहीं मिला। अब उन्हें विधि विज्ञान प्रयोगशाला जांच के लिए भेजा जाएगा। एसीपी साइबर क्राइम आदित्य कुमार ने बताया कि आरोपी विदेशी नागरिक भारत में स्टडी वीजा पर आए थे। इसके बाद ठगी का नेटवर्क तैयार कर लिया था। खाते खोलने से लेकर सिम खरीदने तक में फर्जी दस्तावेज लगाए थे। पुलिस आरोपियों के मददगारों की तलाश कर रही है। पश्चिम बंगाल के एक आरोपी का नाम सामने आया है।
आरोपी विदेशियों ने नहीं खोला मुंह
पुलिस को अकुंबे बोमा और माइकल बूनेवा से पूछताछ में ज्यादा जानकारी नहीं मिली है। पुलिस उनके अन्य सदस्यों के बारे में जानकारी जुटाना चाहती थी। मगर, उन्होंने अपना मुंह नहीं खोला। आशंका है कि विदेश में बैठे उनके सदस्य भी मदद करते होंगे।
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