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पटियाली। बरातियों को ले जा रही कार की गाय से टकराकर पलट गई। दुर्घटना में दो लोगों की मौत हो गई जबकि सात लोग घायल हो गए। घटना के बाद से शादी समारोह की खुशियां मातम में बदल गईं।
ग्राम गोडा निवासी नंदकिशोर की बरात सोमवार को ग्राम पैथान, कायमगंज, फरुर्खाबाद जा रही थी। समारोह में शामिल होने के लिए कस्बा निवासी नन्हे चौहान की कार से राहुल पुंढीर, सलीम, शाहिद, ऋषि, ग्राम रुस्तमपुर निवासी चरण सिंह, नगला अब्दाल निवासी राहुल, ग्राम गोडा निवासी कमलेश, नगला सहजीत निवासी सचिन, नन्हे भी जा रहे थे। कायमगंज क्षेत्र के ग्राम ब्रह्मपुर के निकट कार के सामने जंगली गाय आ गई, जिससे कार टकरा गई। टक्कर इतनी भीषण थी कि कार कई बार पलटने के बाद रुकी। चीखपुकार सुनकर आसपास के लोगों ने कार में सवार सभी लोगों को निकाला।
सूचना पर पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। घटना में ऋषि की मौके पर ही मौत हो गई। पुलिस ने अन्य घायलों को इलाज के लिए स्वास्थ्य केंद्र कायमगंज भेजा। यहां उनकी गंभीर हालत को देखते हुए कानपुर रेफर कर दिया गया। इलाज के लिए लाते समय रास्ते में चरण सिंह की भी मौत हो गई। दो लोगों के मौत की खबर सुनकर विवाह की खुशियां मातम में बदल गईं।
तीन बच्चों के सिर से उठ गया पिता का साया
चरण सिंह के तीन बच्चे हैं। सबसे बड़ा बेटा छह साल का, बेटी चार साल की और सबसे छोटा बेटा छह महीने का है। चरण सिंह विद्युत निगम पटियाली में संविदा पर लाइनमैन के पद पर कार्यरत था। उसकी आर्थिक स्थिति भी ठीक नहीं थी। चरण सिंह की मौत से परिवारीजन दुखी हैं। पत्नी सदमे में है। तीन बच्चों के सिर से पिता का साया उठ गया है।
माता-पिता के सामने उठी दूसरे बेटे की अर्थी
कोविड की दूसरी लहर में ऋषि के बड़े भाई की मौत हो गई थी। अब छोटे बेटे ऋषि की मौत पिता महेश एकदम टूट गए हैं। महेश का कहना है कि बेटे की मौत से बढ़कर संसार में और कोई दुख नहीं। मां-बाप उम्मीद करते हैं उनके बेटे उनकी अर्थी को कंधा दें, लेकिन एक पिता अपने बेटे की अर्थी को कंधा दे, यह दुख शब्दों में बयान नहीं कर सकते।
पटियाली। बरातियों को ले जा रही कार की गाय से टकराकर पलट गई। दुर्घटना में दो लोगों की मौत हो गई जबकि सात लोग घायल हो गए। घटना के बाद से शादी समारोह की खुशियां मातम में बदल गईं।
ग्राम गोडा निवासी नंदकिशोर की बरात सोमवार को ग्राम पैथान, कायमगंज, फरुर्खाबाद जा रही थी। समारोह में शामिल होने के लिए कस्बा निवासी नन्हे चौहान की कार से राहुल पुंढीर, सलीम, शाहिद, ऋषि, ग्राम रुस्तमपुर निवासी चरण सिंह, नगला अब्दाल निवासी राहुल, ग्राम गोडा निवासी कमलेश, नगला सहजीत निवासी सचिन, नन्हे भी जा रहे थे। कायमगंज क्षेत्र के ग्राम ब्रह्मपुर के निकट कार के सामने जंगली गाय आ गई, जिससे कार टकरा गई। टक्कर इतनी भीषण थी कि कार कई बार पलटने के बाद रुकी। चीखपुकार सुनकर आसपास के लोगों ने कार में सवार सभी लोगों को निकाला।
सूचना पर पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। घटना में ऋषि की मौके पर ही मौत हो गई। पुलिस ने अन्य घायलों को इलाज के लिए स्वास्थ्य केंद्र कायमगंज भेजा। यहां उनकी गंभीर हालत को देखते हुए कानपुर रेफर कर दिया गया। इलाज के लिए लाते समय रास्ते में चरण सिंह की भी मौत हो गई। दो लोगों के मौत की खबर सुनकर विवाह की खुशियां मातम में बदल गईं।
तीन बच्चों के सिर से उठ गया पिता का साया
चरण सिंह के तीन बच्चे हैं। सबसे बड़ा बेटा छह साल का, बेटी चार साल की और सबसे छोटा बेटा छह महीने का है। चरण सिंह विद्युत निगम पटियाली में संविदा पर लाइनमैन के पद पर कार्यरत था। उसकी आर्थिक स्थिति भी ठीक नहीं थी। चरण सिंह की मौत से परिवारीजन दुखी हैं। पत्नी सदमे में है। तीन बच्चों के सिर से पिता का साया उठ गया है।
माता-पिता के सामने उठी दूसरे बेटे की अर्थी
कोविड की दूसरी लहर में ऋषि के बड़े भाई की मौत हो गई थी। अब छोटे बेटे ऋषि की मौत पिता महेश एकदम टूट गए हैं। महेश का कहना है कि बेटे की मौत से बढ़कर संसार में और कोई दुख नहीं। मां-बाप उम्मीद करते हैं उनके बेटे उनकी अर्थी को कंधा दें, लेकिन एक पिता अपने बेटे की अर्थी को कंधा दे, यह दुख शब्दों में बयान नहीं कर सकते।
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