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12एमएनपी-20-किशनी के प्राथमिक विद्यालय नगला सारंग में भरा पानी
– फोटो : MAINPURI
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किशनी। समान क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय नगला सारंग का बुरा हाल है। बारिश का पानी विद्यालय के भवन व परिसर में भरा हुआ है। जलभराव के कारण बुधवार को छात्र स्कूल नहीं पहुंचे। दो छात्र स्कूल आए तो उन्हें इंचार्ज प्रधानाध्यापक ने कमरों में भरे बारिश के पानी को निकालने में लगा दिया। ग्रामीण ने मामले की शिकायत खंड शिक्षाधिकारी से की है। इस पर शिक्षक से लिखित स्पष्टीकरण मांगा गया है।
प्राथमिक विद्यालय नगला सारंग में बुधवार को बारिश का पानी भरा हुआ था। जिसके चलते स्कूल में पढने वाले बच्चे नहीं आए। इंचार्ज प्रधानाध्यापक गौरव भी विलंब से आए। गुरु जी के आने की सूचना पर स्कूल में पढने वाले भाई बहन अभिमन्यु कक्षा पांच आर मांडवी कक्षा चार विद्यालय पहुंच गए। दो बच्चों के आने के बाद शिक्षक ने उन्हीं बच्चों से कमरों में भरा पानी बाल्टी से निकलवाना शुरू कर दिया। मामले की शिकायत किसी ग्रामीण ने खंड शिक्षाधिकारी सुनील दुबे से कर दी। जांच के बाद खंड शिक्षाधिकारी ने इंचार्ज प्रधानाध्यापक से तीन दिन में लिखित स्पष्टीकरण मांगा है। उनका कहना है स्पष्टीकरण आने के बाद कार्रवाई के लिए उच्चाधिकारियों को लिखा जाएगा।
किशनी। समान क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय नगला सारंग का बुरा हाल है। बारिश का पानी विद्यालय के भवन व परिसर में भरा हुआ है। जलभराव के कारण बुधवार को छात्र स्कूल नहीं पहुंचे। दो छात्र स्कूल आए तो उन्हें इंचार्ज प्रधानाध्यापक ने कमरों में भरे बारिश के पानी को निकालने में लगा दिया। ग्रामीण ने मामले की शिकायत खंड शिक्षाधिकारी से की है। इस पर शिक्षक से लिखित स्पष्टीकरण मांगा गया है।
प्राथमिक विद्यालय नगला सारंग में बुधवार को बारिश का पानी भरा हुआ था। जिसके चलते स्कूल में पढने वाले बच्चे नहीं आए। इंचार्ज प्रधानाध्यापक गौरव भी विलंब से आए। गुरु जी के आने की सूचना पर स्कूल में पढने वाले भाई बहन अभिमन्यु कक्षा पांच आर मांडवी कक्षा चार विद्यालय पहुंच गए। दो बच्चों के आने के बाद शिक्षक ने उन्हीं बच्चों से कमरों में भरा पानी बाल्टी से निकलवाना शुरू कर दिया। मामले की शिकायत किसी ग्रामीण ने खंड शिक्षाधिकारी सुनील दुबे से कर दी। जांच के बाद खंड शिक्षाधिकारी ने इंचार्ज प्रधानाध्यापक से तीन दिन में लिखित स्पष्टीकरण मांगा है। उनका कहना है स्पष्टीकरण आने के बाद कार्रवाई के लिए उच्चाधिकारियों को लिखा जाएगा।
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