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छावनी परिषद बोर्ड ने लगाए वाटर एटीम खराब पड़े।
– फोटो : संवाद
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उत्तर प्रदेश के आगरा में छावनी परिषद बोर्ड ने छह साल पहले 2.31 करोड़ की लागत से वाटर एटीएम लगवाया था। इसके काम न करने से लोगों को आरओ प्लांट का सहारा लेना पड़ रहा है।
छावनी परिषद ने आठ वार्डों के सार्वजनिक जगहों पर कुल 21 वाटर एटीएम लगाए थे। इसमें एक वाटर एटीएम की कीमत 11 लाख रुपये थी। शुरूआत में इन वाटर एटीएम में पांच रुपये में 20 लीटर पानी मिलता था।
इसके संचालन की जिम्मेदारी एक निजी कंपनी को सौंपी गई थी। कुछ समय तो कंपनी ने वाटर एटीएम का संचालन किया। इसके बाद आमदनी कम होने पर कंपनी ने हाथ खड़े कर दिए। कोविड के बाद दोबारा इन वाटर एटीएम का संचालन शुरू नहीं हो पाया। सभी वाटर एटीएम कबाड़ होते जा रहे हैं।
सुल्तानपुरा निवासी राजेंद्र अग्रवाल का कहना है कि पानी की किल्लत है। स्थानीय लोगों के साथ राहगीर भी परेशान हैं। छावनी निवासी दिनेश गोयल ने बताया कि छावनी क्षेत्र में स्वच्छ जल उपलब्ध कराने का दावा सिर्फ हवाहवाई है। यहां के सारे वाटर एटीएम खराब पड़े हैं।
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