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आगरा की महिला थाना पुलिस एक मामले में वारंटी महिला के नहीं मिलने पर उसके जेठ को पकड़कर ले आई। पूछताछ के दौरान जेठ को ब्रेन हेमरेज हो गया। उसके मुंह से झाग निकलने लगे। यह देखकर थाने की पुलिसकर्मी घबरा गईं। आननफानन में पुलिसकर्मी उसे निजी अस्पताल में लेकर आए। उन्हें वेंटीलेटर पर रखा गया है। कई थानों की पुलिस अस्पताल पर लगाई गई है।
एसपी सिटी विकास कुमार ने बताया कि वर्ष 1997 के मामले में कोर्ट से एक महिला के वारंट जारी हुए थे। मामला दहेज उत्पीड़न, मारपीट, जान से मारने की धमकी और धोखाधड़ी का है। महिला कोर्ट में पेश नहीं हो रही थी। पिछले दिनों पुलिस उसके घर गई थी। मगर, महिला का घर नहीं मिला। महिला के गैर जमानती वारंट जारी हो गए। महिला को कोर्ट में पेश किया जाना था।
महिला के रिश्तेदार विष्णु कुमार कुशवाहा सदर क्षेत्र में रहते हैं। वह 65 साल के हैं। आढ़ती हैं। इसकी जानकारी पर पुलिस बृहस्पतिवार को उनके घर पहुंची। उन्हें महिला थाना में लाकर पूछताछ की। अचानक विष्णु कुमार को पसीना आने लगा। वह बेहोश गिर पड़े। मुंह से झाक भी निकलने लगे। यह देखकर पुलिसकर्मी घबरा गए। वह विष्णु कुमार को सिकंदरा हाईवे स्थित एक निजी अस्पताल में लेकर पहुंचे, जहां विष्णु कुमार की हालत गंभीर है। उन्हें वेंटीलेटर पर रखा गया है।
पुलिस कार्रवाई पर सवाल
वारंटी के नहीं मिलने पर पुलिस किसी और कैसे थाने ला सकती है? यह सवाल है। पुलिस ने रिश्तेदार को पकड़ा तो उसे थाने लेकर क्यों आए। परिवार के लोगों के सामने भी पूछताछ कर सकती थी। थाने लाने से पहले स्थानीय थाने को अवगत कराया गया या नहीं? यह भी सवाल बना हुआ है।
बदल गया महिला का घर
महिला थाना पुलिस ने बताया कि कोर्ट से महिला के गैर जमानती वारंट थे। वारंटी महिला अब अपने मूल पते पर नहीं रह रही है। इस पर उसके रिश्तेदारों के बारे में पता चला था। उसे थाने लाया गया था। मगर, किसी तरह की मारपीट नहीं की गई। अचानक उसकी हालत बिगड़ गई। उधर, विष्णु कुमार के परिजन भी अस्पताल पहुंच गए। हंगामे की आशंका पर कई थानों की फोर्स को भी बुला लिया। परिजन को फिलहाल अस्पताल पर नहीं रुकने दिया गया।
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