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कैमरे में कैद हुआ मगरमच्छ
– फोटो : अमर उजाला
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चंबल सेंचुरी में विश्व विलुप्तप्राय घड़ियाल और मगरमच्छ सहित जलीय जीवों का संरक्षण किया जा रहा है। सेंचुरी क्षेत्र में वर्ल्ड लाइफ एवं वन विभाग द्वारा देखने की जाती है। लगातार चंबल क्षेत्र में जीवो का कुनबा बढ़ता जा रहा है। मगरमच्छ और घड़ियालों को देखने के लिए देसी विदेशी पर्यटक भारी संख्या में पिनाहट के चंबल घाट, जैतपुर के नदगवां घाट, सहित केंजरा आदि घाटों पर पहुंचते हैं। जलीय जीव शोर शराबे और जनमानस से दूर टापूओं एवं पानी की गहराई में सुरक्षित निवास करते हैं।
चंबल सेंचुरी क्षेत्र का नदी किनारे एक विशाल मगरमच्छ का भागते हुए वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल किया गया। जिसमें ड्रोन कैमरे से मगरमच्छ को कैमरे में कैद करने की कोशिश की गई है साथ ही कैमरे की आवाज से मगरमच्छ डरते हुए भागता हुआ नजर आ रहा है। कैमरे द्वारा उसे अज्ञात द्वारा आवाज से डरने और गिरने का प्रयास किया गया। मगरमच्छ उसके बाद पानी में चला जाता है। जिसका वीडियो पिनाहट की सच्चाई फेसबुक ग्रुप पर वायरल हुआ है जिसे लेकर वन विभाग के अधिकारियों में हड़कंप मच गया है। आखिर यह वीडियो ड्रोन कैमरे से किसके द्वारा बनाया गया है।
मामले में वन विभाग के उच्च अधिकारियों द्वारा भी संज्ञान लिया गया है। वीडियो को बनाने वाले एवं वायरल करने वाले का भी पता लगाया जा रहा है। चंबल सेंचुरी में नियमानुसार आप बिना किसी अनुमति के वीडियो और फोटोग्राफी नहीं कर सकते हैं। और ना ही किसी जलीय जीव को डरा सकते हैं। ऐसा करने पर वन विभाग द्वारा कार्रवाई की जा सकती है। इसी संदर्भ में रेंजर बाह चंबल सेंचुरी उदय प्रताप सिंह का कहना है कि वीडियो चंबल क्षेत्र का है मगर किस घाट का है इसका पता नहीं है। मामले में पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है।
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