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मथुरा में श्रीकृष्ण जन्मभूमि का विवाद
– फोटो : अमर उजाला
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मथुरा में विश्व हिंदू परिषद के कार्यकारी अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष अलोक कुमार ने श्रीकृष्ण जन्मस्थान पहुंचकर दर्शन किए। उन्होंने जन्मभूमि और ईदगाह को लेकर विभिन्न न्यायालयों में लंबित वाद और ट्रस्ट के स्वामित्व से जुडे़ मामलों पर चर्चा की। श्रीकृष्ण जन्मभूमि की 13.37 एकड़ भूमि पर ट्रस्ट के निर्विवाद स्वामित्व साक्ष्यों पर चर्चा कर प्रतियां भी लीं।
आलोक कुमार शनिवार सुबह श्रीकृष्ण-जन्मस्थान पहुंचकर भगवान के दर्शन और विधि विधान से पूजा की। ठाकुरजी को तुलसी-पुष्प अर्पित किए। पूजाचार्यों ने वेदाशीष मंत्रों के साथ आलोक को उत्तरीय पहनाकर ठाकुरजी का प्रसाद दिया। श्रीकृष्ण-जन्मस्थान सेवा-संस्थान के सचिव कपिल शर्मा व प्रबंध समिति के सदस्य गोपेश्वरनाथ चतुर्वेदी ने अलोक कुमार, बजरंग बागड़ा आदि का स्वागत किया।
कपिल ने बताया कि दर्शन के बाद उन्होंने श्रीकृष्ण जन्मभूमि-ईदगाह से संबंधित विभिन्न न्यायालयों में चल रहे केसों के संबंध में विस्तार से चर्चा की। श्रीकृष्ण-जन्मभूमि की 13.37 एकड़ भूमि पर ट्रस्ट के निर्विवाद स्वामित्व के संबंध में साक्ष्यों-तथ्यों पर चर्चा की। वर्ष 1814 के बाद घटित सभी घटनाक्रमों, मुकद्दमों, उनके निर्णयों, पुरातत्व अभिलेखों, खुदाई में प्राप्त मूर्तियों एवं पाषाण खंडों एवं संबंधित साक्ष्य एवं तथ्यों से भी विहिप पदाधिकारियों को अवगत कराया।
जन्मभूमि ट्रस्ट के पास उपलब्ध साक्ष्य एवं प्रपत्रों की प्रति विहिप के कार्यकारी अध्यक्ष अलोक कुमार और संयुक्त मंत्री बजरंग बागड़ा को सौंपी गई। विहिप के महानगर अध्यक्ष अमित जैन, उप मुख्य अधिशाषी अनुराग पाठक, विजय बहादुर सिंह, मुकेश खंडेलवाल, कन्हैयालाल, अनिलभाई, अतुल शोरावाला, संयुक्त मंत्री बजरंग बागड़ा व सहमंत्री मुकेश शुक्ला आदि उपस्थित रहे।
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