[ad_1]
arrested, arrest demo
– फोटो : सोशल मीडिया
विस्तार
एटा के थाना मारहरा क्षेत्र के गांव समसपुर निवासी दो साइबर आरोपियों को पकड़ा गया है। साइबर क्राइम टीम ने इनको कासगंज रोड स्थित जीटी रोड बाईपास पुल के नीचे से गिरफ्तार किया है। इन्होंने खुलासा किया है कि खाते खुलवाने वाले गिरोह का मास्टर माइंड अवागढ़ निवासी सोनू नेपाली है, जो इन लोगों को एक खाता खोलने के चार हजार रुपये देता था।
पकड़े गए संजय माथुर उर्फ संजू और कपिल माथुर निवासी गांव समसपुर थाना मारहरा के पास से 2 मोबाइल फोन, 3 सिम कार्ड मिले हैं। इनके द्वारा बेचे गए 12 बैंक खातों में 1 लाख 1 हजार 695 रुपये की धनराशि फ्रीज कराई गई है। वहीं गिरोह का मास्टर माइंड अभी गिरफ्त में नहीं आ सका है। उसको भी पकड़ने का प्रयास किया जा रहा है। यह गांव के लोगों को झांसे में लेकर उनका आधार कार्ड व सिम कार्ड ले लेते थे।
उसके बाद बैंक में खाता खुलवाकर बेच देते थे। इसके लिए गिरोह के सदस्यों को चार हजार रुपये मिलते थे। इसमें से एक-दो हजार रुपये ये खाता खुलवाने वाले को देते थे। इन खातों का संचालन अन्य राज्यों से किया जाता था। इनमें साइबर ठगी करके रुपये मंगवाए जाते थे।
सीओ सदर अमित कुमार राय ने बताया कि भोले-भाले लोगों को लालच देकर मास्टर माइंड सोनू नेपाली झांसे में लेता था। पकड़े गए संजू उर्फ संजय माथुर और कपिल माथुर इन लोगों का बैंक में खाता खुलवाते थे। जिसके बाद इनके बैंक खाते की जानकारी अन्य राज्यों के साइबर ठगों को बेच देते थे। अपने महंगे शौक को पूरा करने के लिए ये आरोपी इस प्रकार की घटनाओं को अंजाम देते थे। पकड़े गए आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि यह अपने व अन्य ग्रामीणों के बैंक खातों को राजस्थान के अलवर व हरियाणा के नूंह मेवात में बेचते थे।
राजस्थान पुलिस आने पर हुआ था खुलासा
साइबर ठगी का एक मामला राजस्थान में दर्ज कराया गया था। वहां की पुलिस ने पड़ताल की तो देखा कि जिस खाते में धनराशि मंगाई गई, वो मारहरा थाना क्षेत्र के गांव समसपुर का था। इस पर पुलिस गांव में पहुंची और कुछ लोगों को पूछताछ के लिए लेकर भी गई थी। इसके बाद इसी तरह के अन्य खाते खुलने की भी बात सामने आई। कई लोगों ने बताया कि उन्हें झांसा देकर खाता खुलवा लिया गया है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी।
[ad_2]
Source link