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तरुण के एफबी पोस्ट
– फोटो : अमर उजाला
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जन्म देने वाली मां और घर के ही कुलदीपक की जान लेने के बाद आत्महत्या करने वाले तरुण चौहान के मन में काफी समय से बहुत कुछ चल रहा था। मन ही मन वो टूट चुका था। पिता की मौत से वह अवसाद में था। कॉलोनी के लोग ही नहीं, परिवार के लोगों से भी बातचीत कम कर दी थी। सोशल मीडिया पर त्योहार से लेकर जन्मदिन पर पिता को याद कर अपना दर्द बयां कर चुका था।
तीन मौत के मामले में पुलिस ने तरुण चौहान के सोशल मीडिया एकाउंट को भी खंगाला। इसमें पुलिस को कई पोस्ट मिली, जिसमें तरुण ने पिता के लिए लिखा था। मान सिंह चौहान की 6 अप्रैल 2023 को मृत्यु हो गई थी। 12 अप्रैल को उसने फेसबुक पर एक वीडियो डाला, जिसमें लिखा मेरे पापा का सूना गार्डन, मुरझाए पेड़ और उनकी खाली कुर्सी। वीडियो में उन्होंने गार्डन से लेकर कुर्सी और विधिक कार्य से संबंधित फाइल और पुस्तकें भी दिखाई थीं। दो मई को तरुण ने पोस्ट किया कि बहुत याद आते हो पापा प्लीज, वापस आ जाओ, बहुत अकेला हूं, तुम्हारा नालायक बेटा जॉली।
19 मई को दूसरी पोस्ट की। इसमें लिखा कि पापा आपके असीम आशीर्वाद से आज आपका बेटा कार का मालिक हो गया। आप बहुत याद आते हो, जहां भी हो, बस अपने बेटे पर अपना प्रेम और आशीष बनाए रखना। 26 मई को कार के शीशे पर पिता की फोटो रखकर खिंचा फोटो पोस्ट किया। हालांकि कार खरीदने पर परिवार के लोगों ने नाराजगी जाहिर की थी।
21 जुलाई को लिखा कि कहने को आज जन्मदिन है परंतु मेरे लिए प्रथम अनुभव है, जब पिताजी का आशीष नहीं मिलेगा आज पता नहीं इसको कैसे लूं, 9 अगस्त को पिता के कई फोटो पोस्ट किए। इसमें हैप्पी बर्थडे पापा लिखा। 15 सितंबर को पिता की फोटो पोस्ट कर लिखा कि बहुत याद आते हो आप। इसके अलावा भी उनकी बहुत सारी पोस्ट मिली हैं, जिनमें उन्होंने परिवार के साथ बिताए पल भी हैं।
पुलिस का मानना है कि तरुण दो साल से फैक्टरी में काम कर रहा था। उस पर कर्ज हो गया। हर बार पिता साथ दिया करते थे। एक बार मकान का एक हिस्सा बेचकर कर्ज चुकाया था। मगर, दोबारा कर्ज हुआ तो तरुण को कोई सहारा नहीं नजर आया। पिता की मौत के बाद से वह पहले से ही तनाव में था।
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