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यूपी निकाय चुनाव, यूपी नगर निगम चुनाव
– फोटो : अमर उजाला
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उत्तर प्रदेश के आगरा में निकाय चुनाव के लिए मतदान पहले चरण में शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हो गया। प्रत्याशियों की भाग्य 2518 ईवीएम और 256 मतपेटियों में बंद हो गई है। इन सभी को स्ट्रांग रूम में जमा कर दिया गया है। 13 मई को मतगणना के बाद हारजीत का फैसला हो जाएगा। इससे पहले मतदाताओं ने अमर उजाला के साथ अपने अनुभव शेयर किए हैं। विशेषकर युवी मतदाताओं ने अनुभव के साथ-साथ अपनी पीड़ा बताई।
‘वो तो मुंबई रहते हैं, एक बार भी वोट डालने आगरा नहीं आए, फिर भी उनका नाम वोटर लिस्ट में है। हम हमेशा वोट डालते थे तो हमारा नाम वोटर लिस्ट में नहीं है’। ये बातें मंटोला की अर्शी ने कही। ऐसा कई लोगों के साथ हुआ। बृहस्पतिवार को नगर निगम का मतदान 37 प्रतिशत रहने की एक वजह यह भी है।
मुश्किल से वोट दे पाया
वार्ड 55 निवाशी ओमकार वर्मा ने बताया कि मेरे आधार कार्ड में उम्र 18 साल है और पर्ची में मेरी उम्र 34 वर्ष कर दी गई है, जिस वजह से वोट नहीं देने दे रहे थे। बहुत मुश्किल से वोट दे पाया।
नाम ही नहीं आया
वार्ड 60 निवासी शोनू यादव ने बताया कि हर बार वोट देता था। इस बार वोटर लिस्ट से मेरा नाम ही नहीं आया।
केंद्र पर पता चला नाम ही नहीं
वार्ड 84 निवाशी भाविका दियालनी हम सुबह ही तैयार हो गए पर जब मतदान केंद्र गए तो वहां जाकर पता चला लिस्ट में नाम ही नहीं आया।
मतदान नहीं कर पाए
वार्ड 84 निवासी गीता वर्मा ने बताया मेरा और मेरे परिवार कई लोगों के नाम वोटर लिस्ट में नहीं थे। इस बार हम लोग मतदान करने से वंचित रह गए।
कई लोगों के नाम गायब
वार्ड 39 निवासी फरहान ने बताया हमारे वार्ड में अधिकांश लोगों के नाम वोटर लिस्ट से गायब कर दिए गए। पता नहीं इस बार क्या सोच के वोटर लिस्ट बनाई गई है।
हम भी चाहते योगदान देना
वार्ड 96 निवासी चांदनी ने बताया कि हम लोग भी शहर के विकास में अपना योगदान करना चाहते हैं। पर निराश हैं, हमारा और हमारी बस्ती के कई लोगों के नाम वोटर लिस्ट से हटा दिया गया है।
सेल्फी डालने से रह गया
वार्ड 66 के निवासी नानू ने बताया कि पहली बार वोट देने के लिए आवेदन किया था, वोटर लिस्ट में नाम नहीं आया। सभी दोस्तों ने सेल्फी डाली, मैं इस बार रह गया।
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