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बोर्ड परीक्षा (फाइल फोटो)
– फोटो : amar ujala
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उत्तर प्रदेश बोर्ड परीक्षा के लिए केंद्र बनाने के लिए जियो टैगिंग का कार्य शुरू नहीं हो पाया। अब तीन दिन की मोहलत बची है। अभी तक समिति भी नहीं बन सकी है। यूपी बोर्ड परीक्षा के लिए अभी तक 200 से अधिक स्कूलों ने आवेदन किया है। इन स्कूलों की दूरी और लोकेशन समेत अन्य की जानकारी के लिए जियो टैगिंग होनी है। शासन ने आवेदन करने वाले स्कूलों की जियो टैगिंग कराते हुए 28 अक्तूबर तक रिपोर्ट मांगी है। इसके बाद इन कॉलेजों को भौतिक सत्यापन कराया जाएगा। ये कार्य 19 नवंबर तक पूरा होना है। लेकिन अभी तक स्कूलों के जियो टैगिंग के लिए समितियों का गठन नहीं हो पाया।
डीआईओएस मनोज कुमार ने बताया कि बीते साल 186 परीक्षा केंद्र बने थे, लगभग सभी ने 2023 की परीक्षा के लिए आवेदन किए हैं। इनकी जियो टैगिंग है, बाकी के नए आवेदन करने वाले कॉलेजों के लिए राजकीय इंटर कॉलेजों के शिक्षकों को निर्देशित कर दिया है। दिवाली के कारण अवकाश होने के चलते विभाग और स्कूल बंद हैं। इस बाबत बोर्ड भी अवगत है।
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ये स्कूल नहीं बनेंगे केंद्र
– प्रबंध तंत्र और प्रधानाचार्य के बीच विवाद की स्थिति पर
– स्कूल परिसर में छात्रावास और आवास होने पर
– जिन स्कूलों के ऊपर से हाईटेंशन लाइन गुजर रही हो
– दो खंडों में बने स्कूल, जिनके बीच में सार्वजनिक रास्ता हो
– एक पाली में 125 छात्रों के बैठाने की क्षमता न हो
– हाईस्कूल-इंटरमीडिएट में पंजीकृत छात्रों की संख्या 80 से कम हो
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