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मेहंदी वाला महादेव मंदिर
– फोटो : अमर उजाला
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उत्तर प्रदेश के कासगंज जिले के कस्बा पटियाली का मेहंदी वाला महादेव मंदिर श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र है। मान्यता है कि इस मंदिर पर स्वयंवर से पहले द्रोपदी ने भगवान शिव की आराधना कर उनको प्रसन्न किया था। वैसे तो पूरे वर्ष ही यहां श्रद्धालुओं का तांता लगा रहता है, लेकिन सावन माह में इस मंदिर पर दूर-दराज से भी भक्त आते हैं। बताया जाता है कि द्वापर युग में गुरु द्रोणाचार्य के निर्देश पर कौरव-पांडवों ने मेंहदी वाले महादेव मंदिर की स्थापना कराई थी।
शास्त्रों के अनुसार राजा द्रुपद और गुरु द्रोणाचार्य बचपन के मित्र थे। एक बार द्रोणाचार्य की आर्थिक स्थिति बहुत खराब हो गई। उनके घर में खाने के लाले पड़ने लगे। वे अपनी पत्नी और बच्चों का भरण पोषण नहीं कर पा रहे थे। वे बहुत स्वाभिमानी थे, लेकिन पत्नी एवं बच्चों की भूख उनसे सहन नहीं हो पा रही थी। वे राज द्रुपद से मांगने के लिए गए, लेकिन राजा द्रुपद ने अपमान कर दिया। उस अपमान के बाद गुरु द्रोण ने इसी स्थान पर महादेव की आराधना की थी।
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