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राजस्थान के नए सीएम भजन लाल शर्मा पहुंचे वृंदावन
– फोटो : अमर उजाला
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राजस्थान के मुख्यमंत्री बनने के बाद पहली बार मंगलवार को भजनलाल शर्मा गृह जिला भरतपुर से होते हुए वृंदावन पहुंचे। यहां सीएम ने श्रीनाथ जी मंदिर में पहुंचकर दर्शन किए। इस दौरान राजस्थान के सीएम का जोरदार स्वागत किया गया। इस दौरान उनकी सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए।
इससे पूर्व भरतपुर से रात करीब 7.30 बजे गोवर्धन में श्रीगिरिराजजी के दर्शन के लिए जाते समय उनका वाहन पूंछरी का लौठा के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इससे काफिले में शामिल पुलिस अफसरों में अफरा-तफरी मच गई। सर्द मौसम में अधिकारी पसीना-पसीना हो गए। अधिकारियों ने तत्काल उन्हें कार से बाहर सुरक्षित निकाला और दूसरे वाहन से गोवर्धन के लिए रवाना किया।
डीग पुलिस अधीक्षक बृजेश ज्योति उपाध्याय ने बताया कि पूंछरी का लौठा के पास करीब आठ बजे मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की कार का पहिया सड़क से नीचे उतरकर पास ही स्थित नाले में चला गया। मुख्यमंत्री को किसी तरह का नुकसान नहीं पहुंचा। कार के अगले हिस्से का एक पहिया नाले के किनारे से अंदर चला गया था, जबकि पूरी कार बाहर ही थी। इसके बाद सीएम को उस कार से निकालकर दूसरी गाड़ी में गोवर्धन के लिए रवाना कर दिया गया। इससे पूर्व जिले की सीमा से लेकर शहर तक मुख्यमंत्री के स्वागत में जनसैलाब उमड़ पड़ा। हर गांव, कस्बे में बड़ी संख्या में लोगों ने पुष्प वर्षा कर उनका स्वागत किया।
शिला पूजन के बाद मांगी मन्नत
राजस्थान के नए सीएम भजन लाल शर्मा मंगलवार की देर रात्रि गोवर्धन पहुंचे। उन्होंने सबसे पहले पूंछरी राजस्थान सीमा के अंतर्गत गिरिराज जी की शिला पर किया पूजन किया। इसके बाद श्रीनाथ जी मन्दिर में पूजा कर मनोती मांगी। कार्यकर्ताओं के साथ श्री नाथ जी मन्दिर में प्रसाद ग्रहण किया। उनके स्वागत के दौरान अफरा तफरी मच गई । भीड़ के कारण प्रशासन को मशक्कत करनी पड़ी। उनके आगमन पर गिरिराज महाराज के जयकारे गूंजते रहे। वे साधारण व्यक्तित्व में दिखाई दिए।
उन्होंने पूंछरी में मन्दिर से बाहर निकलने के बाद दोबारा लौटने के बाद प्रसाद ग्रहण किया। इसके बाद गोवर्धन के दानघाटी मंदिर में पहुंचे और राधा कृष्ण की छवि के आगे पूजा कर मुख्य गिरिराज जी के श्रंगार के दर्शन किये। उन्होंने गिर्राज महाराज के समक्ष माथा टेककर प्रार्थना की। उनके आगमन पर पूरा हुजूम उमड़ पड़ा। कार्यकर्ता जय श्री राम के नारे लगा रहे थे। उनका स्वागत राधा कुंड से श्रीपाद रघुनाथ दास गोस्वामी गद्दी के पीठाधीश्वर महन्त केशव महाराज ने प्राचीन गीत पंचक ग्रंथ देकर किया। उनको राधाकृष्ण की छवि भेट की।
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