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400 साल पुरानी शिव-पार्वती की प्रतिमा
– फोटो : अमर उजाला
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आगरा के मलपुरा के कबूलपुर गांव में मकान के लिए खुदाई के दौरान रविवार को शिव पार्वती की करीब 400 साल पुरानी प्राचीन प्रतिमा निकलने से ग्रामीणों में कौतुहल है। लोगों ने विष्णु-लक्ष्मी की प्रतिमा मान पूजा-अर्चना शुरू कर दी है। एएसआई ने इसे शिव-पार्वती प्रतिमा माना है। सोमवार को जांच के लिए पुरातत्व विभाग की एक टीम कबूलपुर जाएगी।
कबूलपुर गांव निवासी भगवान दास के खेत पर मकान का निर्माण कार्य चल रहा है। रविवार की शाम करीब छह बजे बुल्डोजर से खुदाई हो रही थी, तभी एक पत्थर का टुकड़ा बुल्डोजर से टकरा गया। वहां खड़े भगवान दास और परिवार के अन्य लोगों ने पत्थर को निकाला तो यह एक पत्थर की प्राचीन प्रतिमा थी। जिसकी जानकारी गांव के अन्य लोगों को हुई तो धीरे-धीरे भीड़ जुट गई। भगवान सिंह के खेत में बन रहे घर पर लोग पहुंच गए। प्रतिमा के पास ग्रामीणों ने भजन कीर्तन शुरू कर दिया। आरती की। देर रात तक गांव में प्रतिमा कौतुहल का विषय बनी रही।
भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) के अधीक्षण पुरातत्वविद राजकुमार पटेल का कहना है कि प्रथम द्ष्टया प्रतिमा शिव-पार्वती की लग रही है। यह मध्यकालीन युग की हो सकती है। करीब 400 साल पुरानी। प्रतिमा का काफी क्षरण हो चुका है। आकृतियां स्पष्ट नहीं दिख रही। सोमवार को उत्खनन टीम को गांव में भेजकर प्रतिमा की जांच कराई जाएगी।
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पूजा के लिए जुटी भीड़
खुदाई में निकली प्रतिमा की पूजा के लिए ग्रामीणों की भीड़ जुट गई। हालांकि अभी इस मामले की जानकारी ग्रामीणों ने प्रशासन को नहीं दी है। मूर्ति पूजा करने वाले पप्पू सिंह, नवल सिंह कुशवाहा, मुन्नालाल, विजय सिंह, बल्लू ठाकुर, संजू कुशवाहा आदि ने बताया कि मूर्ति 200 साल पुरानी हो सकती है।
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