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अमर उजाला अपराजिता
– फोटो : अमर उजाला
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आप अकेली हों या भीड़ में, आपराधिक मानसिकता के व्यक्ति कहीं भी आपको निशाना बना सकते हैं। ऐसे में हौसला रखें तो ऐसे लोगों से आसानी से निपट सकती हैं। छोटी-छोटी तकनीक सीखकर खुद को सुरक्षित रख पाएंगी और दूसरों के भी काम आ सकेंगी। इन प्रेरक शब्दों और वाक्यों के साथ छात्राओं को दरेसी नंबर एक स्थित रामस्वरूप गर्ल्स इंटर काॅलेज में शनिवार को आत्मरक्षा के गुर सिखाए गए।
अमर उजाला की ओर से आयोजित अपराजिता का शुभारंभ प्रधानाचार्य कुमुद ग्रोवर और 5 डाॅन ब्लैक बेल्ट धारक अंतरराष्ट्रीय ताइक्वांडो प्रशिक्षक पंकज शर्मा ने किया। कार्यशाला में छात्राओं को वार्मिंग अप एवं तनाव दूर करने के विशेष व्यायाम कराए गए। इसके बाद पंच को मजबूती से हिट करना, सिंगल फेस पंच, फ्रंट चाप, ओपन फ्रंट चाप, साइड ब्लाॅक, अपर ब्लाॅक के टिप्स दिए। उसका अभ्यास भी कराया। ट्रेनर पंकज शर्मा ने चेन स्नेचिंग के दौरान अपराधियों के हौसले पस्त करने की विशेष विधि बताई।
इस मौके पर ताइक्वांडो खिलाड़ी स्वाति शुक्ला ने लकड़ी के तख्ते को किक से तोड़कर दिखाया। कीमिया किक से प्लेट को हवा में उड़ाने का प्रदर्शन किया तो सुहानी श्रीवास्तव ने पंचिंग व हाथ-पैरों को हथियार के रूप में इस्तेमाल करके दिखाया। कार्यशाला में कक्षा 9 से 12 तक की करीब 400 छात्राओं ने शिरकत की। संचालन में स्मृति श्रीवास्तव, राखी, कंचन, लता शर्मा, रेखा अत्रि, मीना शर्मा, अंजली सोलंकी आदि का सहयोग रहा। छात्रा कैबिनेट सदस्य आकांक्षा, अदिति वर्मा, खुशी, महिमा अग्रवाल, प्राची शर्मा का विशेष योगदान रहा। श्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाली छात्राओं में नेहा वरुण, रुचि, रीमा व बुलबुल आदि थीं।
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इन बातों का रखें ध्यान
– सड़क या राह में चलते हुए आप हाथ, पैर, नाखून, दांत, स्कूटर की चाबी, सेफ्टी पिन और यहां तक बैग का इस्तेमाल भी हथियार के रूप में कर सकती हैं।
– कोहनी के अटैक से विरोधी के चेहरे, नाक पर जोरदार प्रहार कर बचा जा सकता है।
– यदि विरोधी पीठ के पीछे से आकर दोनों हाथों से जकड़ ले तो आगे जमीन की ओर झुक कर हमलावर का पैर पकड़कर खींच लें। ऐसा करने से वो एक मिनट भी टिक नहीं पाएगा।
– मदद न मिलने तक जोर-जोर से चिल्लाएं। आपकी बुलंद आवाज भी अपराधी के हौसले पस्त कर देती है।
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