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रिश्वत लेते बीएमओ गिरफ्तार (साकेंतिक तस्वीर)
– फोटो : सोशल मीडिया
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आगरा के बरौली अहीर ब्लाॅक में तैनात खंड शिक्षा अधिकारी प्रमोद कुमार सिंह बृहस्पतिवार को 50 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए विजिलेंस की टीम ने रंगे हाथ पकड़ लिया। प्राथमिक विद्यालय गंगरौआ में तैनात शिक्षक प्रदीप कुमार ने एक माह पहले 50 हजार रुपये रिश्वत मांगने की विजिलेंस में शिकायत की थी। यह रकम एरियर पास करने के लिए मांगी गई। इसके बाद विजिलेंस ने जाल बिछाया था, इसमें शिक्षा अधिकारी फंस गया। पकड़े जाने पर आरोपी बुरी तरह घबरा गया और कांपने लगा।
बरौली अहीर ब्लाॅक के गांव गंगरौआ स्थित प्राथमिक विद्यालय में तैनात शिक्षक प्रदीप कुमार यादव 2020 में छह माह निलंबित रहे थे। बहाल होने के बाद उन्होंने अपने एरियर भुगतान के लिए प्रार्थनापत्र दिया था। करीब ढाई लाख रुपये एरियर बन रहा था। आरोप है कि खंड शिक्षा अधिकारी प्रमोद कुमार सिंह उनकी फाइल आगे नहीं बढ़ा रहे थे। फाइल स्वीकृति की एवज में 50 हजार रुपये रिश्वत मांग रहे थे। शिक्षक पिछले करीब सात माह से खंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय के चक्कर लगा रहा था।
खंड शिक्षा अधिकारी 50 हजार से कम धनराशि लेने को तैयार नहीं थे। परेशान होकर एक माह पहले उसने एसपी विजिलेंस कार्यालय में रिश्वत मांगने की शिकायत की। शिकायत पर प्राथमिक जांच कराई गई। पाया गया कि आरोपी खंड शिक्षा अधिकारी की छवि ठीक नहीं है। वह हर काम के एवज में पैसा मांगते हैं। कार्रवाई के लिए शासन से अनुमति ली गई। जाल बिछाया गया। शिक्षक से कहा गया कि वह रिश्वत देने के लिए हां कर दे। ऐसा ही हुआ। शिक्षक प्रदीप कुमार ने अधिकारी से संपर्क किया। कहा कि उनका काम कर दें। जैसा चाहते हैं वैसा हो जाएगा। आरोपी खंड शिक्षा अधिकारी ने बृहस्पतिवार को फोन करके शिक्षक को ब्लाॅक पर आने के लिए कहा। योजना के तहत विजिलेंस टीम साथ गई।
ब्लाॅक पर बैठक चल रही थी। बैठक के बाद आरोपी अधिकारी ने अपनी कार में शिक्षक को बुलाया। शिक्षक से रकम ले ली। रिश्वत लेते ही विजिलेंस टीम ने उन्हें दबोच लिया। विजिलेंस टीम का नेतृत्व इंस्पेक्टर सत्यपाल सिंह कर रहे थे। आरोपी बीईओ को सुभाष पार्क के सामने स्थित विजिलेंस कार्यालय लाया गया। पूछताछ के बाद उनके खिलाफ विजिलेंस थाने में ही भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम का मुकदमा दर्ज किया गया।
मथुरा से आगरा हुई थी तैनाती
आरोपित खंड शिक्षा अधिकारी प्रमोद कुमार सिंह दस माह पहले मथुरा से आगरा स्थानांतरण पर आए थे। वह मूलत: बरादरी, बरेली के निवासी हैं। पकड़े जाने के बाद वह खुद को निर्दोष बताने लगे। कहने लगे कि उन्हें फंसाया गया है।
लड्डू खिलाकर पकड़वा दिया
पीड़ित शिक्षक रिश्वत की रकम के साथ लड्डू भी लेकर गया था। उसने आरोपी खंड शिक्षा अधिकारी को पहले लड्डू खिलवाया। कहा कि आपकी वजह से काम हो जाएगा। खंड शिक्षा अधिकारी ने पहले लड्डू खाया। उसके बाद रिश्वत की रकम पकड़ी। रकम पकड़ते ही ब्लाॅक के बाहर छिपी विजिलेंस टीम ने उन्हें घेर लिया। कार्रवाई के दौरान की वीडियोग्राफी कराई गई।
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