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कासगंज में नवरात्र पर्व पर चामुण्डा माता मंदिर पर पूजा अर्चना करने को लगी श्रद्वालु भीड़।
– फोटो : KASGANJ
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कासगंज। बदलते मौसम के मिजाज से लोगों की सेहत प्रभावित हो रही है। जिला के लोग बुखार से तप रहे हैं। मरीज डेेंगू के शिकार हो रहे हैं। दो लोग जांच में डेंगू संक्रमित निकल आए। वहीं, मनोरोग व ईएनटी चिकित्सक न होने से मरीजों को रेफर कर दिया गया।
जिला अस्पताल पर सुबह से ही मरीजों की कतार लगना शुरू हो गई। 787 नए मरीज इलाज के लिए पहुंचे। तो वहीं 217 पुराने मरीज भी इलाज के लिए आए। इससे पर्चा कक्ष, चिकित्सक कक्ष, दवा घर पर मरीजों की लाइनें लगी रहीं। महिला चिकित्सक के कक्ष पर भी भीड़ देखी गई। नए मरीजों में सबसे अधिक बुखार से पीड़ित रहे। 122 मरीजों में से 20 में मलेरिया, डेंगू के लक्षण पाए जाने के बाद इनके रक्त की जांच की गई। इनमें से तैयबपुर कमालपुर की उर्मिला किलोनी रफातपुर के छोटे लाल डेंगू संक्रमित निकल आए। इसके अलावा 39 मरीज डायरिया, 42 मरीज सांस के पहुंचे। इन मरीजों को भीड़ के चलते काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। अस्पताल पर तीन मरीज कान की समस्या एवं तीन मरीज मनोरोग चिकित्सक को दिखाने के लिए आए, लेकिन दोनों चिकित्सक न होने से इनको इलाज नहीं मिल सका। ऐसे मरीजों को अलीगढ़, आगरा रेफर कर दिया गया।
– गांव में डेंगू व बुखार का प्रकोप होने से काफी लोग बीमार है। मुझे भी बुखार आ रहा है। काफी देर से इंतजार कर रही हूं। -सुमन, तैयबपुर कमालपुर
-सर्दी खांसी का असर है। सुबह ही अस्पताल आ गया। एक घंटा हो गया। अभी नंबर नहीं आ सका है। काफी दिक्क्त हो रही है। – चंदपाल न्यौली
गांव के धमेंद्र को दिमाग की समस्या होने पर मनोरोग चिकित्सक को दिखान आया था, लेकिन चिकित्सक न होने से बाहर जाने को कह दिया। – धर्मपाल, रामनगर,
-कई दिन से कान में दिक्कत हो रही है, लेकिन अस्पताल पर चिकित्सक नहीं है। बाहर जाने की बोल दिया गया। – ऋषभ आवास विकास कॉलोनी
इस समय मौसम का मिजाज लगातार बदल रहा है। इस मौसम में सावधानी रखने की आवश्यकता है। जिला में मनोरोग, ईएनटी चिकित्सक नहीं है। ऐसे चिकित्सकाें की डिमांड भेजी जा चुकी है- डा. कृष्ण अवतार, सीएमएस
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कासगंज। बदलते मौसम के मिजाज से लोगों की सेहत प्रभावित हो रही है। जिला के लोग बुखार से तप रहे हैं। मरीज डेेंगू के शिकार हो रहे हैं। दो लोग जांच में डेंगू संक्रमित निकल आए। वहीं, मनोरोग व ईएनटी चिकित्सक न होने से मरीजों को रेफर कर दिया गया।
जिला अस्पताल पर सुबह से ही मरीजों की कतार लगना शुरू हो गई। 787 नए मरीज इलाज के लिए पहुंचे। तो वहीं 217 पुराने मरीज भी इलाज के लिए आए। इससे पर्चा कक्ष, चिकित्सक कक्ष, दवा घर पर मरीजों की लाइनें लगी रहीं। महिला चिकित्सक के कक्ष पर भी भीड़ देखी गई। नए मरीजों में सबसे अधिक बुखार से पीड़ित रहे। 122 मरीजों में से 20 में मलेरिया, डेंगू के लक्षण पाए जाने के बाद इनके रक्त की जांच की गई। इनमें से तैयबपुर कमालपुर की उर्मिला किलोनी रफातपुर के छोटे लाल डेंगू संक्रमित निकल आए। इसके अलावा 39 मरीज डायरिया, 42 मरीज सांस के पहुंचे। इन मरीजों को भीड़ के चलते काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। अस्पताल पर तीन मरीज कान की समस्या एवं तीन मरीज मनोरोग चिकित्सक को दिखाने के लिए आए, लेकिन दोनों चिकित्सक न होने से इनको इलाज नहीं मिल सका। ऐसे मरीजों को अलीगढ़, आगरा रेफर कर दिया गया।
– गांव में डेंगू व बुखार का प्रकोप होने से काफी लोग बीमार है। मुझे भी बुखार आ रहा है। काफी देर से इंतजार कर रही हूं। -सुमन, तैयबपुर कमालपुर
-सर्दी खांसी का असर है। सुबह ही अस्पताल आ गया। एक घंटा हो गया। अभी नंबर नहीं आ सका है। काफी दिक्क्त हो रही है। – चंदपाल न्यौली
गांव के धमेंद्र को दिमाग की समस्या होने पर मनोरोग चिकित्सक को दिखान आया था, लेकिन चिकित्सक न होने से बाहर जाने को कह दिया। – धर्मपाल, रामनगर,
-कई दिन से कान में दिक्कत हो रही है, लेकिन अस्पताल पर चिकित्सक नहीं है। बाहर जाने की बोल दिया गया। – ऋषभ आवास विकास कॉलोनी
इस समय मौसम का मिजाज लगातार बदल रहा है। इस मौसम में सावधानी रखने की आवश्यकता है। जिला में मनोरोग, ईएनटी चिकित्सक नहीं है। ऐसे चिकित्सकाें की डिमांड भेजी जा चुकी है- डा. कृष्ण अवतार, सीएमएस
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