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टूरिस्ट बंगले की जर्जर हालत
– फोटो : अमर उजाला
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पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ उनकी जन्मस्थली आगरा के बटेश्वर पहुंचे। यहां वह जिस सभा स्थल पर अटल को याद कर रहे थे, उसी मंच से महज 50 मीटर दूर दाईं ओर ऐसा जर्जर भवन भी था, जिसका 24 साल पहले छह अप्रैल, 1999 को प्रधानमंत्री रहते हुए अटल बिहारी वाजपेयी ने लोकार्पण किया था।
बटेश्वर में पर्यटन विकास और पर्यटकों को ठहरने के लिए तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने राही टूरिस्ट बंगले का लोकार्पण किया था, लेकिन अब उसमें पीएसी रह रही है। इसे निजी हाथों में देने का प्रयास किया जा रहा है, लेकिन यह टूरिस्ट बंगला इस कदर जर्जर है कि यहां कोई निवेशक आठ साल में आया ही नहीं।
इसके पास ही छोटा स्टेडियम भी है
1727 वर्ग मीटर जमीन पर दो मंजिला बनाए गए टूरिस्ट बंगले में 387 वर्ग मीटर जमीन पर तब निर्माण किया गया था। मंदिर शृंखला से एकदम सटाकर बनाए गए टूरिस्ट बंगले का संचालन पर्यटन निगम के पास था, लेकिन यहां न पर्यटक आए न ही बटेश्वर आने वाले ही रुके। इसके पास ही छोटा स्टेडियम भी है। इस भवन में एक रेस्तरां, एक हॉल, रसोई और रिशेप्सन है, जबकि दो अतिथिगृह एवं डोरमेट्री प्रथम तल पर बनाई गई थी।
लापरवाही के कारण भवन जर्जर हो गया
24 साल में यह पूरी तरह से गिरासू और जर्जर हो गई। पर्यटन निगम पूर्व प्रधानमंत्री के लोकार्पण वाले भवन को भी सहेज कर नहीं रख पाया। होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन अध्यक्ष राकेश चौहान का कहना है कि इस टूरिस्ट बंगले का नाम अटल के नाम पर रखने के साथ इसका जीर्णोद्धार किया जाए। ईको टूरिज्म के साथ बटेश्वर, शौरीपुर जाने वाले यहां ठहर सकेंगे। पर्यटन निगम की लापरवाही के कारण भवन जर्जर हो गया। इसे जान बूझकर चलाया ही नहीं गया।
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