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– फोटो : ANI
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मथुरा शहर कोतवाली के बलदेव नगर इलाके के एक किशोर ने पायलट बनने की जिद को मनवाने के लिए बृहस्पतिवार को अपने ही अपहरण की कहानी गढ़ दी। पिता के फोन पर उसके नंबर से अपहरण का मैसेज आया तो परिजनों में अफरातफरी मच गई। सूचना मिलते ही पुलिस की टीमें भी उसकी तलाश में जुट गईं। मामले का पटाक्षेप तब हुआ जब किशोर को कुछ ही घंटों बाद दिल्ली के करोल बाग इलाके से बरामद कर लिया। इसके बाद परिजनों की जान में जान आई।
महोली रोड स्थित बलदेव नगर में कोल्ड स्टोर मालिक का 17 वर्षीय बेटा सुबह आठ बजे दूध लेने के लिए स्कूटी लेकर निकला। दो घंटे बाद भी घर नहीं लौटा। कुछ देर बाद पिता के मोबाइल पर उसने संदेश भेजा कि मेरा अपहरण हो गया है। इस पर तत्काल पुलिस को सूचना दी गई। एसएसपी शैलेश कुमार पांडेय, शहर कोतवाल रवि त्यागी, स्वाट प्रभारी अभय शर्मा, सर्विलांस प्रभारी विकास शर्मा व मौके पर पहुंचे। पिता से जानकारी मिली की बेटा 10 वीं कक्षा का छात्र है। हाल ही उन्होंने कोल्ड स्टोर का 3.50 करोड़ रुपये में सौदा किया है।
पुलिस का पैसों के लिए अपहरण को लेकर माथा ठनक गया, लेकिन किशोर का व्हाट्सएप चालू होने से पुलिस उसकी लोकेशन की तलाश में लग गई। इस दौरान पता लगा कि वह छाता, पलवल और फरीदाबाद होते हुए दिल्ली गया है। दिल्ली में उसकी लोकेशन करोल बाग में मिली। पुलिस ने वहां अपने मुखबिरों को सक्रिय किया और शहर कोतवाल मय स्वाट और सर्विलांस प्रभारी वहां पहुंच गए। किशोर को बरामद कर देर शाम को मथुरा लाकर परिवार वालों के हवाले कर दिया।
पिता बनाना चाहते हैं क्रिकेटर, बेटा बनना चाहता है पायलट
किशोर ने पहले तो पुलिस को बरगलाने की कोशिश की, लेकिन बाद में टूट गया और बताया कि पिता उसे क्रिकेटर बनाना चाहते हैं। एक अकादमी में दाखिला भी करा दिया है। मगर, वह पायलट बनना चाहता है। अपनी जिद पूरी करने के लिए खुद के अपहरण की कहानी रची, ताकि पिता उसकी बात को मान जाएं। एसएसपी शैलेश कुमार पांडेय ने बताया कि किशोर को सकुशल बरामद कर परिवार वालों को सौंपा गया। सूचना अपहरण की मिली थी, जो कि थी। किशोर खुद से ही चला गया था।
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