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बारिश से गिरी धान की फसल
– फोटो : अमर उजाला
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ब्रज में सोमवार को भी बारिश नहीं थमी। कभी तेज तो तो कभी रुक-रुक कर होती रही। पिछले पांच दिन से लगातार बारिश से मक्का, बाजरा, बोई गई सरसों और उड़द की फसल चौपट हो गई है। इस सदमे से एटा और कासगंज में तीन किसानों की जान चली गई। वहीं मैनपुरी में मकान और दीवार गिरने से दो लोगों की दबकर मौत हो गई।
मैनपुरी जिले के थाना कुर्रा क्षेत्र के गांव चंदरपुर बोझी में रविवार की शाम तेज बारिश के बीच अनीशा बेगम (60) गली से गुजर रही थी, तभी एक कच्ची दीवार भर भराकर गिर गई। ग्रामीण उसे अस्पताल ले जा रहे थे, लेकिन रास्ते में दम तोड़ दिया। किशनी के गांव कुड़रा सींगपुर में रविवार की शाम छत के मलबा के नीचे दबकर किसान रोशन लाल (38) की मौत हो गई।
एटा में भी गई किसान की जान
एटा में धान और बाजरा की 18 हजार हेक्टेयर फसल बर्बाद हो गई है। राजा का रामपुर थाना क्षेत्र के गांव रामनगर में छह बीघा बर्बाद हुई धान की फसल देख किसान शीलेंद्र सिंह (37) की सदमे से मौत हो गई। वहीं अवागढ़ थाना क्षेत्र के गांव गलुआ में खेत से पानी निकालने गए किसान अमृत सिंह (52) की जान चली गई।
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