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ताजमहल
– फोटो : अमर उजाला
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आगरा ताजमहल के तेजो महालय होने के दावे से संबंधित विवाद सोमवार को न्यायालय पहुंच गया। योगेश्वर श्रीकृष्ण जन्मस्थान सेवा संघ ट्रस्ट और क्षत्रिय शक्तिपीठ विकास ट्रस्ट की ओर से अधिवक्ता अजय प्रताप सिंह की ओर से सिविल न्यायालय (सीनियर डिवीजन) में वाद प्रस्तुत किया गया। इसमें भारतीय पुरातत्व विभाग सर्वेक्षण को प्रतिवादी बनाया था। न्यायालय ने सुनवाई के बाद वादी को धारा 80(1) सिविल प्रकिया संहिता नोटिस की कार्यवाही पहले पूरी करने को कहा।
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