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मलयेशिया की तर्ज पर बने नाइट सफारी
ताजमहल के पीछे नगला पैमा गांव में वन विभाग की भूमि पर बिलायती बबूल का घना जंगल है। राज्यमंत्री बघेल ने कहा कि वन एवं वन्य जीव विभाग के सहयोग से इस क्षेत्र में 100 एकड़ की नाइट सफारी विकसित की जा सकती है। जहां वन्य जंतुओं को भी रखा जा सकता है। मलयेशिया में इस तरह की नाइट सफारी हैं। उसी तर्ज पर ताजमहल के पीछे आगरा में भी नाइट सफारी विकसित हो सकती है।
सीकरी में भी हों ताज महोत्सव
फरवरी 2023 में आयोजित होने वाले ताज महोत्सव के कार्यक्रमों को फतेहपुर सीकरी में भी कराए जाने का सुझाव केंद्रीय राज्यमंत्री ने पर्यटन समिति को दिया है। उन्होंने कहा कि क्षेत्र में पर्यटन को इस तरह के आयोजनों से लाभ होगा।
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