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उच्च शिक्षा मंत्री योगेंद्र उपाध्याय
– फोटो : अमर उजाला
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उत्तर प्रदेश के आगरा में आगरा कॉलेज के निलंबित प्राचार्य प्रो. अनुराग शुक्ल ने उच्च शिक्षामंत्री योगेंद्र उपाध्याय के साथ उनके सहयोगियों व कॉलेज के प्रभारी प्राचार्य डॉ. सीके गौतम से खुद और अपने परिवार की जान-माल का गंभीर खतरा जताया है। उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को मंगलवार को पत्र लिखकर सशस्त्र सुरक्षाबल उपलब्ध कराए जाने की मांग की है।
प्रो. अनुराग शुक्ल की ओर से आरोप लगाया गया है कि उनको कॉलेजों के शिक्षकों से सूचना मिली है कि उच्च शिक्षामंत्री योगेंद्र उपाध्याय व असंवैधानिक रूप से प्राचार्य बनकर कार्य कर रहे डॉ. सीके गौतम की ओर से खुलेआम कहा जा रहा है कि किसी का भी आदेश हो जाए, वह दोबारा प्रो. अनुराग शुक्ल को आगरा कॉलेज का प्राचार्य नहीं बनने देंगे।
प्राचार्य आवास की बिजली पानी कटवाकर पुलिस में इतने मुकदमे लदवा देंगे कि जीवन भर जेल में सड़ेंगे। कोई अधिकारी उनकी इच्छा के बाद कोर्ट का कोई आदेश लागू नहीं कर सकेगा। उनकी इच्छा के बिना अनुराग शुक्ल नौकरी क्या, अनुराग शुक्ल जीवन भी नहीं जी पाएगा।
प्रो. अनुराग शुक्ल का आरोप है कि उच्च न्यायालय के आदेश के बाद भी उनका वेतन कटवाकर 13 दिन का ही भेजवाया गया। सर्किट हाउस में हुई बैठक में कहा गया कि अनुराग शुक्ल आगरा में नहीं दिखना चाहिए। वह मानसिक तनाव की स्थिति में हैं। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री से समय लेने की कोशिश की है। समय मिलने पर उनसे मुलाकात करेंगे।
ये मांगे की हैं…
- व्यवस्था व नियमों के तहत कम से कम दो सरकारी सशस्त्र बल पूरे 24 घंटे के लिए अविलंब उपलब्ध कराई जाए।
- डॉ. सीके गौतम की ओर से दी गई किसी पत्र व शिकायत पर प्रो. अनुराग शुक्ल से लिखित उत्तर लेकर किसी निष्कर्ष पर पहुंचा जाए।
- उच्च न्यायालय के आदेश के विपरीत जबरन प्राचार्य पद पर कार्यरत रहने वाले डॉ. सीके गौतम को तत्काल पद से हटाया जाए।
- उच्च न्यायालय के आदेश का पालन कराते हुए प्रो. अनुराग शुक्ल को प्राचार्य बनाने के आदेश जारी किए जाएं।
प्रो. अनुराग शुक्ल के आवास पर डॉ. सीके गौतम की नाम पट्टिका
प्रो. अनुराग शुक्ल का कहना है कि उनके आवास पर प्रभारी प्राचार्य डॉ. सीके गौतम ने अपने नाम की नाम पट्टिका लगा दी है। आवास की बिजली काटने की भी तैयारी चल रही है। डॉ. सीके गौतम का कहना है कि प्रबंधन की ओर से उन्हें प्राचार्य का प्रभार दिया गया है। आवास प्राचार्य के लिए है, इसलिए उन्होंने अपने नाम की पट्टिका लगाई है।
आरोप मनगढ़ंत कोई धमकी नहीं दी
डॉ. सीके गौतम का कहना है कि प्रो. अनुराग शुक्ल की ओर से लगाए गए सारे आरोप मनगढ़ंत हैं। उनकी जांच कराई जा सकती है। कॉलेज प्रबंधन की ओर से उन्हें प्रभार दिया गया है, इसलिए सेवाएं दे रहे हैं। उनका आरोप है कि प्रो. अनुराग शुक्ल के आवास का दो वर्ष का 1.45 करोड़ रुपये का पानी का बिल बकाया है। आवास में कॉलेज की बिजली का इस्तेमाल किया जा रहा है, बिजली का बिल का भी करोड़ों रुपये बकाया है।
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