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बांके बिहारी मंदिर के पट हुए बंद
– फोटो : अमर उजाला
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मथुरा में सुबह से ही सूर्य ग्रहण का असर दिख रहा है। श्रीकृष्ण जन्म स्थान, ठाकुर बांके बिहारी सहित अन्य मंदिरों के पट बंद कर दिए गए। हालांकि द्वारिकाधीश और प्रेम मंदिर खुले रहे। अब ठाकुर जी के दर्शन सूर्य ग्रहण खत्म होने के बाद होंगे।
वर्ष का दूसरा सूर्यग्रहण 25 अक्तूबर यानि आज लगेगा। कार्तिक मास की अमावस्या भी इसी दिन है। खंडग्रास सूर्यग्रहण लगने से दिवाली के बाद होने वाली गोवर्धन पूजा 26 अक्तूबर को होगी। ज्योतिषाचार्य कामेश्वर नाथ चतुर्वेदी ने बताया कि यह सूर्य ग्रहण लगभग पूरे देश में दिखाई देगा। मथुरा में ग्रहण के स्पर्श का समय सायं 04:37 बजे और मोक्ष का समय 06:29 बजे का है। ग्रहण के दस से बारह घंटे पहले यानि सामान्य सूतक वेध प्रात: 6:00 से लग गया है।
ज्योतिष विशेषज्ञ आलोक गुप्ता और अजय कुमार तैलंग बताते हैं कि सूर्य ग्रहण पर सूतक लगने के बाद कुछ भी खाना, पीना, पढ़ना, पढ़ाना, सोना आदि वर्जित है। घर के मंदिर का पट न खोलें। पका भोजन रखा हो तो उसे ग्रहण के बाद न खाएं। विशेष रूप से गर्भवती महिलाओं को ध्यान रखना होता है। उन्हें न तो सोना चाहिए न ही किसी वस्तु को काटना या सिलना चाहिए। यह ग्रहण -वृष, सिंह, धनु, मकर के लिए शुभ है। कुंभ, मिथुन, मेष, कन्या के लिए मध्यम है। मीन, कर्क, तुला, वृश्चिक के अशुभ है। अशुभ राशि के लोगों को ग्रहण को नहीं देखना चाहिए।
27 साल बाद दिवाली पर सूर्य ग्रहण
कार्तिक मास की अमावस्या तिथि को दिवाली मनाई जाती है। इस साल अमावस्या तिथि पर साल का दूसरा व आखिरी सूर्यग्रहण लग रहा है। हालांकि यह सूर्यग्रहण अमावस्या तिथि के समाप्त होने पर लग रहा है। दिवाली पर सूर्यग्रहण का ऐसा संयोग करीब 27 साल पहले 1995 में बना था। सूर्य ग्रहण के समय सूर्य के साथ चंद्रमा, शुक्र और केतु रहेंगे। इन ग्रहों पर राहु की सीधी नजर रहेगी।
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