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बोर्ड की परीक्षा देते विद्यार्थी।
विस्तार
बोर्ड की परीक्षाएं नजदीक आने से कई बच्चों में एग्जाम फोबिया बढ़ता जा रहा है। अच्छे अंक लाने, बेहतर प्रदर्शन करने के दबाव में कई बच्चों ने उपवास शुरू कर दिया है। कोई घंटों पढ़ाई करने के चक्कर में देर रात तक जाग रहा है। जिला महिला अस्पताल के साथिया क्लीनिक पर रोजाना एग्जाम फोबिया के 3 से 4 मामले आ रहे हैं। एक मामले में तो छात्रा अपनी कक्षा ही भूल गई।
काउंसलर रूबी बघेल ने बताया कि बच्चों में बोर्ड की परीक्षाओं को लेकर इतना तनाव है कि वह खाना-पीना छोड़ घंटों पढ़ाई कर रहे हैं। यह बच्चों के लिए बेहद खतरनाक है। हाल ही में बाह की रहने वाली 12वीं की छात्रा परीक्षा के तनाव के कारण पढ़ते-पढ़ते अपनी कक्षा तक भूल गई।
वहीं आगरा कैंट की बारहवीं कक्षा की छात्रा के अभिभावक बच्ची के उपवास करने से परेशान हो काउंसिलिंग कराने पहुंचे। अभिभावकों की शिकायत थी कि बच्चे सोमवार, मंगल, गुरुवार का व्रत करना शुरू कर दिए हैं ताकि अच्छे नंबर आ जाएं।
इसका रखें ध्यान
काउंसलर का कहना है कि जिनको एग्जाम फोबिया है वह प्रतिदिन अपने पढ़ने का टाइम टेबल जरूर बनाएं। उसी के हिसाब से पढ़ाई करें। कम से कम 8 घंटे की नींद जरूर लें। खाने में तले-भुने मसाले वाले खाने न खाएं। मोबाइल का ज्यादा इस्तेमाल नहीं करें। हरी साग सब्जियां जरूर खाएं।
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