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बीपीएन बुलियन पर जीएसटी का सर्वे
– फोटो : अमर उजाला
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आगरा के किनारी बाजार के जूताराम फाटक मार्केट में शुक्रवार की सुबह स्टेट जीएसटी की टीम ने शहर के चर्चित बीपीएन बुलियन एलएलपी पर सर्वे किया। जीएसटी की बड़े पैमाने पर की जा रही चोरी की शिकायत पर स्टेट जीएसटी ने अपने 18 अधिकारियों की टीम बनाकर यह कार्रवाई आगरा के साथ मथुरा और लखनऊ में भी फर्म के ठिकानों पर की। देर रात तक बीपीएन बुलियन के प्रतिष्ठान और उनके बाग फरजाना स्थित घर पर जांच जारी रही।
इस दौरान स्टेट जीएसटी के एडिशनल कमिश्नर मारुति शरण चौेबे के निर्देशन में अधिकारियों की टीम सुबह किनारी बाजार के जूताराम फाटक मार्केट पहुंची। यहां बीपीएन बुलियन के प्रतिष्ठान पर जांच शुरू की गई। बीपीएन बुलियन के प्रशांत अग्रवाल के आरबीएस कॉलेज के पास बाग फरजाना क्षेत्र स्थित घर में भी महिला अधिकारियों के साथ जांच टीम गई, जहां दस्तावेजों की जांच की गई।
स्टेट जीएसटी के अधिकारियों के मुताबिक बीते साल बीपीएन बुलियन ने 1100 करोड़ रुपये का कारोबार किया, लेकिन इस बार अब तक 670 करोड़ रुपये की बिक्री दिखाई और उस पर टैक्स नहीं दिया। बुलियन पर 3 फीसदी जीएसटी है। बड़े पैमाने पर प्रतिष्ठान से मिले कागजात और स्टॉक रजिस्टर के मुताबिक टैक्स की भारी चोरी होने की आशंका है। कार्रवाई में ज्वांइट कमिश्नर प्रमोद दुबे, बीडी शुक्ला, डिप्टी कमिश्नर एसआईबी आरएन सिंह और जेपी सिंह, अरुण सिंह, राहुल द्विवेदी आदि मौजूद रहे।
सर्वे के डर से नहीं खुलीं दुकानें
शुक्रवार सुबह स्टेट जीएसटी की कार्रवाई से बुलियन कारोबारियों में खलबली मच गई। किनारी बाजार और चौबेजी का फाटक में अधिकांश सराफा कारोबारियों ने दुकानों के शटर नहीं उठाए। जो सराफा कारोबारी दुकान खोलने के लिए पहुंचे, सर्वे के डर से अपनी दुकान की जगह बाजार में ही घूमते और चर्चा करते नजर आए। बुलियन कारोबारी होने के कारण ज्यादातर सराफा प्रतिष्ठानों पर बीपीएन बुलियन से लेनदेन रहा है।
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