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1998 और 1999 में बलराम सिंह यादव ने चुनाव लड़ा। पहली बार उन्हें 264734 वोट मिले और दूसरी बार उन्हें 244113 वोट मिले। दोनों ही चुनाव में वोट बैंक गिरा। इसके बाद 2004 के चुनाव में खुद मुलायम सिंह यादव ने ताल ठोंकी। उन्होंने पीछे के सारे रिकॉर्ड तोड़ डाले। इस बार उन्हें 460477 वोट मिले और एक नया रिकॉर्ड कायम हुआ।
चुनाव जीतने के तुरंत बाद ही मुलायम सिंह यादव ने सीट छोड़ दी और भतीजे धर्मेंद्र यादव को यहां से उप चुनाव में लड़ाया। धर्मेंद्र यादव ने चुनाव तो जीत लिया, लेकिन उन्हें 348999 वोट मिले थे। ये वोट मुलायम सिंह को मिले वोट से एक लाख से भी अधिक कम थे। मुलायम सिंह यादव ने फिर वक्त की जरूरत समझी और 2009 का चुनाव खुद लड़ा। इस बार वे 392308 वोट पाकर सांसद बने।
2014 के उपचुनाव ने तोड़े सभी रिकॉर्ड
मुलायम सिंह यादव ने 2009 के बाद 2014 में भी मैनपुरी और आजमगढ़ से चुनाव लड़ा। मैनपुरी से नेताजी 595918 वोट पाकर विजयी हुए। वहीं आजमगढ़ से भी नेताजी ने जीत दर्ज की। ऐसे में उन्हें एक सीट छोडनी पड़ी। मैनपुरी सीट छोड़ते हुए उन्होंने अपने पौत्र तेजप्रताप यादव को चुनाव लड़ाया। इसमें तेजप्रताप यादव को 653686 वोट मिले और सांसद चुने गए। ये रिकॉर्ड अब भी बरकरार है।
चुनाव वर्ष सांसद मिले वोट
1996 मुलायम सिंह यादव 273303
1998 बलराम सिंह यादव 264734
1999 बलराम सिंह यादव 244113
2004 मुलायम सिंह यादव 460470
2004 उप चुनाव धर्मेंद्र यादव 348999
2009 मुलायम सिंह यादव 392308
2014 मुलायम सिंह यादव 595918
2014 उपचुनाव तेजप्रताप यादव 653686
2019 मुलायम सिंह यादव 524926
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