[ad_1]
ख़बर सुनें
आगरा। इस मौसम में वायरल के मरीज अस्पतालों में अधिक संख्या में पहुंच रहे हैं। मरीजों को गले में दर्द और खराश की परेशानी हो रही है। खांसी भी आ रही है। डॉक्टरों का कहना है कि 10 से 15 दिन में ठंड बढ़ने के बाद वायरल के मरीजों की संख्या कम हो जाएगी। तब तक लोगों को एहतियात बरतना चाहिए।
एसएन मेडिकल कॉलेज के मेडिसिन विभाग की ओपीडी में बुधवार को 393 मरीजों ने परामर्श प्राप्त किया। सर्वाधिक मरीज वायरल पीड़ित रहे। बुखार के साथ गले में दर्द, खराश व खांसी की समस्या रही। वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. मृदुल चतुर्वेदी ने बताया कि अभी वायरल चल रहा है। मौसम में बदलाव के समय लोग इसकी चपेट में आते हैं। खासतौर पर गर्मी से सर्दी शुरू होने पर। हालांकि मरीज तीन से चार दिन में ठीक भी हो जाते हैं। वायरल से बचने के लिए लोगों को गुनगुना पानी पीना चाहिए। नाक बंद होने पर भाप ले सकते हैं। गले में खराश होने पर गरारा करें। पूरी बांह के कपड़े पहनें। उन्होंने बताया कि तापमान 15 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने पर ही लोगों को राहत मिल पाएगी।
एसएन मेडिकल कॉलेज की ओपीडी में बुधवार को 2041 मरीजों ने परामर्श प्राप्त किया। मेडिसिन विभाग के अलावा हड्डी रोग विभाग में 263, त्वचा रोग विभाग में 205, क्षय व वक्ष रोग विभाग में 197, बाल रोग विभाग में 148, नेत्र रोग विभाग में 136 मरीजों ने परामर्श प्राप्त किया। जिला अस्पताल की ओपीडी में दिखाने के लिए 1630 नए पर्चे बने। अस्पताल के प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डॉ. एके अग्रवाल ने बताया कि बारिश का मौसम होने से मरीजों की संख्या बाकी दिनों की अपेक्षा कम रही।
आगरा। इस मौसम में वायरल के मरीज अस्पतालों में अधिक संख्या में पहुंच रहे हैं। मरीजों को गले में दर्द और खराश की परेशानी हो रही है। खांसी भी आ रही है। डॉक्टरों का कहना है कि 10 से 15 दिन में ठंड बढ़ने के बाद वायरल के मरीजों की संख्या कम हो जाएगी। तब तक लोगों को एहतियात बरतना चाहिए।
एसएन मेडिकल कॉलेज के मेडिसिन विभाग की ओपीडी में बुधवार को 393 मरीजों ने परामर्श प्राप्त किया। सर्वाधिक मरीज वायरल पीड़ित रहे। बुखार के साथ गले में दर्द, खराश व खांसी की समस्या रही। वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. मृदुल चतुर्वेदी ने बताया कि अभी वायरल चल रहा है। मौसम में बदलाव के समय लोग इसकी चपेट में आते हैं। खासतौर पर गर्मी से सर्दी शुरू होने पर। हालांकि मरीज तीन से चार दिन में ठीक भी हो जाते हैं। वायरल से बचने के लिए लोगों को गुनगुना पानी पीना चाहिए। नाक बंद होने पर भाप ले सकते हैं। गले में खराश होने पर गरारा करें। पूरी बांह के कपड़े पहनें। उन्होंने बताया कि तापमान 15 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने पर ही लोगों को राहत मिल पाएगी।
एसएन मेडिकल कॉलेज की ओपीडी में बुधवार को 2041 मरीजों ने परामर्श प्राप्त किया। मेडिसिन विभाग के अलावा हड्डी रोग विभाग में 263, त्वचा रोग विभाग में 205, क्षय व वक्ष रोग विभाग में 197, बाल रोग विभाग में 148, नेत्र रोग विभाग में 136 मरीजों ने परामर्श प्राप्त किया। जिला अस्पताल की ओपीडी में दिखाने के लिए 1630 नए पर्चे बने। अस्पताल के प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डॉ. एके अग्रवाल ने बताया कि बारिश का मौसम होने से मरीजों की संख्या बाकी दिनों की अपेक्षा कम रही।
[ad_2]
Source link