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सांकेतिक तस्वीर
– फोटो : अमर उजाला
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एटा में प्रारंभिक अर्हता परीक्षा (पीईटी) में पकड़े गए सॉल्वर गैंग के सदस्य ने 30 हजार रुपये में परीक्षा देने का ठेका लिया था। पहली परीक्षा शहर में स्थित असीसी कॉन्वेंट स्कूल में देकर चला भी गया, दूसरी पाली की परीक्षा में पकड़ा गया। सवाल शिक्षा विभाग की लचर व्यवस्था पर उठता है कि पहली पाली में ही चेकिंग के दौरान कैसे पकड़ में नहीं आया। इसके साथ ही आशंका भी बन गई है कि और भी सॉल्वर ने परीक्षा दी होगी।
परीक्षा नकल विहीन कराने की जिम्मेदारी माध्यमिक शिक्षा विभाग को दी गई थी। विभाग हर बार परीक्षा कराता भी आ रहा है। लेकिन इस परीक्षा में शिक्षा विभाग की लचर व्यवस्थाएं देखी गई और रविवार को पहली पाली में सॉल्वर परीक्षा देकर आसानी से निकल भी गया। दूसरी पाली में अन्य केंद्र पर जा पहुंचा, लेकिन वहां पर पकड़ा गया। पकड़े गए सॉल्वर ने असीसी कान्वेंट स्कूल में पहली पाली में अमन कुमार के नाम से परीक्षा दी थी।
जबकि दूसरी पाली की परीक्षा आलोक कुमार निवासी तिर्वा कन्नौज की दे रहा था। पुलिस और शिक्षकों की पूछताछ में आरोपी सॉल्वर अशोक कुमार निवासी सैय्यद का तला थाना बिजराड़ जिला बाडमेर राजस्थान ने बताया कि आगरा के एक व्यक्ति ने उसे दोनों परीक्षा का ठेका 60 हजार रुपये में दिया था। गैंग के सरगना ने कितने रुपये थे, इसकी जानकारी नहीं है। बता दें कि जिले के 10 केंद्रों पर 22464 परीक्षार्थियों को शामिल होना था। दो दिवसीय परीक्षा के दौरान 15230 उपस्थित हुए।
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