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अलीगंज ब्लॉक क्षेत्र के गांव ताजपुर अद्दा निवासी भूपेंद्र की शुक्रवार को सिक्किम में हुए हादसे में शहीद हो गए। परिजनों ने बताया पूरा परिवार देश की सेवा करता रहा है। बाबा बैजनाथ व पिता सुरेंद्र सिंह राठौर को देखकर ही भूपेंद्र ने देश सेवा करने का निर्णय लिया था। रोते- रोते भूपेंद्र के बाबा ने बताया कि वह जब छुट्टी पर आते थे तो भूपेंद्र उनसे कई जानकारी लेता था। इस दौरान वह बचपन से ही देश की सेवा करने की बात कहता था।
उन्होंने बताया कि उनके साथ दौड़ लगाने भी जाता था। तैयारियों को लेकर भी बचपन में पूछता था। भूपेंद्र के पिता भी आर्मी में थे, तो वह उनसे भी जानकारी लेता था। वहीं परिवार के अपने साथ के लड़कों से भी देश की सेवा करने के लिए कहता रहता था।
वर्ष 2014 में भूपेंद्र के पिता सेवा निवृत्त हो चुके हैं। उसी वर्ष भूपेंद्र आर्मी में लग गया था। सात दिसबंर को छुट्टी खत्म करके वापस गया था। शुक्रवार की दोहपर पिता के मोबाइल पर मैसेज आया कि दुघर्टना हो गई है। इसके बाद उसकी चिंता सताने लगी थी। बाद में अनहोनी की जानकारी मिली।
दो भाइयों में थे बड़े
परिजनों ने बताया भूपेंद्र दो भाइयों में बड़े थे। उनके छोटे भाई की बचपन में उंगली कट गई थी। इससे वह सेना में नहीं जा पाया। वह गांव में ही खेती को देखता था। भूपेंद्र के कोई बहन नहीं है। उसके चचेरे भाई आर्मी में ही तैनात हैं और देश सेवा कर रहे हैं।
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