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कासगंज के गंजडुंडवारा में बांस बल्ली पर झूलते बिजली के तार ।
– फोटो : KASGANJ
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गंजडुंडवारा। गांव लखापुर में बिजली सप्लाई के लिए विद्युत निगम ने पोल नहीं लगाए हैं। गांव में बिजली सप्लाई के लिए जर्जर तार बांस की बल्लियों के सहारे गुजर रहे हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि पहले भी करंट के चलते दो लोगों की जान जा चुकी है। ग्रामीणों ने डीएम से शिकायत कर पोल लगवाकर समस्या निदान की मांग की है।
बदांयू-पटियाली मार्ग के दोनों ओर बसे गांव लखापुर में करीब 3500 की आबादी है। ग्रामीण पप्पू का कहना है कि यहां बिजली सप्लाई के लिए बल्लियों पर से बिजली के तार गुजर रहे हैं। आएदिन फाल्ट होने से तार टूटकर गिर जाते हैं। पहले भी बिजली से हुए हादसे में दो लोग जान गंवा चुके हैं। ग्रामीणों द्वारा शिकायत करने पर विद्युत लाइन ठीक नहीं हुई है। दो साल पहले गांव निवासी प्रमोद जब सुबह शौच के लिए गया तो हाईटेंशन का तार टूट कर उसके पैर पर गिर पड़ा, जिससे उसकी घटनास्थल पर ही मौत हो गई थी। गांव के मुनेश पुत्र किताब सिंह की मौत भी करंट लगने से हुई थी। तब आक्रोशित ग्रामीणों ने बदायूं-पटियाली मार्ग जाम किया था। उपजिलाधिकारी के आश्वासन पर जाम खोला गया, लेकिन विद्युत लाइन की व्यवस्था जैसी की तैसी रही। ग्रामीणों ने जिलाधिकारी से शिकायत कर गांव में जर्जर लाइन बदलवाने और विद्युत पोल लगवाने की मांग की है। मांग करने वालों में रामविलास, टिल्लू, बालकराम, मुन्नालाल, अवधेश, जगदीश आदि शामिल हैं।
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गंजडुंडवारा। गांव लखापुर में बिजली सप्लाई के लिए विद्युत निगम ने पोल नहीं लगाए हैं। गांव में बिजली सप्लाई के लिए जर्जर तार बांस की बल्लियों के सहारे गुजर रहे हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि पहले भी करंट के चलते दो लोगों की जान जा चुकी है। ग्रामीणों ने डीएम से शिकायत कर पोल लगवाकर समस्या निदान की मांग की है।
बदांयू-पटियाली मार्ग के दोनों ओर बसे गांव लखापुर में करीब 3500 की आबादी है। ग्रामीण पप्पू का कहना है कि यहां बिजली सप्लाई के लिए बल्लियों पर से बिजली के तार गुजर रहे हैं। आएदिन फाल्ट होने से तार टूटकर गिर जाते हैं। पहले भी बिजली से हुए हादसे में दो लोग जान गंवा चुके हैं। ग्रामीणों द्वारा शिकायत करने पर विद्युत लाइन ठीक नहीं हुई है। दो साल पहले गांव निवासी प्रमोद जब सुबह शौच के लिए गया तो हाईटेंशन का तार टूट कर उसके पैर पर गिर पड़ा, जिससे उसकी घटनास्थल पर ही मौत हो गई थी। गांव के मुनेश पुत्र किताब सिंह की मौत भी करंट लगने से हुई थी। तब आक्रोशित ग्रामीणों ने बदायूं-पटियाली मार्ग जाम किया था। उपजिलाधिकारी के आश्वासन पर जाम खोला गया, लेकिन विद्युत लाइन की व्यवस्था जैसी की तैसी रही। ग्रामीणों ने जिलाधिकारी से शिकायत कर गांव में जर्जर लाइन बदलवाने और विद्युत पोल लगवाने की मांग की है। मांग करने वालों में रामविलास, टिल्लू, बालकराम, मुन्नालाल, अवधेश, जगदीश आदि शामिल हैं।
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