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– फोटो : सोशल मीडिया
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एटा में जिले में Sextortion से संबंधित ठगी करने की वारदात तेजी से बढ़ रही हैं। साइबर अपराधी ऑनलाइन ठगी के नए-नए पैंतरे अपनाते रहते हैं। मारहरा ब्लॉक क्षेत्र में तीन से चार लोग हर हफ्ते साइबर क्राइम के शिकार हो रहे हैं। इनमें से अधिकांश लोग शर्म, हिचक की वजह से मामला दर्ज नहीं कराते हैं। नतीजतन वसूली का शिकार बनते हैं।
आजकल लोग फॉलोअर्स बढ़ाने के चक्कर में बिना जांचे-परखे उन लोगों की भी फ्रेंड रिक्वेस्ट स्वीकार कर लेते हैं, जिन्हें वह जानते ही नहीं हैं। इस तरह की रिक्वेस्ट वालों में साइबर ठग छिपे रहते हैं। यह ठग फेक आईडी बनाकर प्यार का ढोंग करते हैं। विश्वास जीतकर निजी तस्वीरें और वीडियो हासिल कर लेते हैं।
इसके बाद वीडियो वायरल कर देने की धमकी देकर यूजर्स को डराते-धमकाते हैं। समझौते के नाम पर रकम मांगते हैं। इसके अलावा लकी ड्रॉ, लॉटरी, सरकारी योजनाओं के लाभ आदि के नाम पर भी ठगी की जा रही है। मिरहची और मारहरा थाने में साइबर अपराध से संबंधित छह से अधिक मुकदमे दर्ज हैं।
ये हैं Sextortion की घटनाएं
केस 1: कस्बा मिरहची में स्थित एक निजी क्लीनिक चला रहे डॉ. अवनीश राजपूत के पास 11 सितंबर 2022 को वीडियो कॉल आई। एक लड़की निर्वस्त्र अवस्था में बात कर रही थी। उसने मेरे भी स्क्रीनशॉट ले लिए। दूसरे दिन वायरल करने की धमकी दी व मोटी रकम की मांग की। हालांकि समझदारी दिखाते हुए अवनीश ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई और ठगी से बच गए।
केस 2: 20 अक्टूबर 2022 को मोहम्मदपुर निवासी पवन के मोबाइल पर एक महिला का फोन आया। उनसे कहा कि आपकी बीस लाख रुपए की लॉटरी निकली है। यह रकम आपको आपके अकाउंट में भेजनी है। इस रकम के लिए एक ओटीपी आपको बताना पड़ेगा। ओटीपी बताते ही पवन के खाते से बीस हजार रुपए उड़ गए जिसका मैसेज देखकर उन्होंने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई।
सीओ सदर संगम लाल मिश्रा ने बताया कि सोशल मीडिया फ्रेंड के अलावा, लॉटरी, क्रेडिट कार्ड, योजनाओं में लाभ दिलाने के नाम पर ठगी का शिकार बनाया जाता है। इंटरनेट का इस्तेमाल करते हुए सतर्कता रखें। अनजान लोगों से संपर्क न बढ़ाएं। किसी को भी अपने क्रेडिट कार्ड का सिक्योरिटी कोड, ओटीपी नंबर आदि न बताएं।
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