[ad_1]
By: Inextlive | Updated Date: Sun, 05 Feb 2023 07:10:28 (IST)
पुलिस ने सॉल्वर गैंग के मास्टर माइंड समेत साथियों को गिरफ्तार कर लिया. शातिर फर्जी तरीके से एसएससीजीडी एग्जाम में सॉल्वर को बैठाते थे, इसके एवज में प्रतियोगी से मोटी रकम वसूल करते थे. पूर्व में भी इस मामले में आरोपियों को पुलिस जेल भेज चुकी है.
आगरा(ब्यूरो)। शुक्रवार दोपहर को सैंया थानाध्यक्ष सुमनेश कुमार के नेतृत्व में विरई चौराहे पर चैकिंग की जा रही थी। तभी पुलिस को एक सूचना मिली कि एसएससी जीडी की परीक्षा में मुख्य अभ्यर्थी की जगह एक सॉल्वर बैठाकर परीक्षा पास कराता है, ऐसे गैंग के सरगना समेत कुछ लोग कुनाल एजुकेशनल कॉलेज तेहरा पर इक_ा होकर योजना बना रहे हैं।
घेराबंदी कर दबोचे आरोपी
एसओ सैंया ने कुनाल एजुकेशनल कॉलेज में दबिश दी। इस दौरान सात आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। जिन्होंने अपने नाम हेतराम पुत्र भूपेन्द्र निवासी टोडरा थाना इरादतनगर, समरवीर पुत्र ओमवीर निवासी घड़ी कालिया थाना कागरोल, प्रदीप कुमार पुत्र रामेश्वर प्रसाद निवासी प्रतापनगर थाना ट्रांसयमुना मथुरा, जितेन्द्र पुत्र रामजीत निवासी अकोला थाना कगरोल, रविकांत पुत्र रामबाबू निवासी सलेमपुर बलियराम थाना मखननपुर फिरोजाबाद, सुनील पुत्र भगवान सिंह निवासी नगला सेवा धधऊ थाना सहपऊ हाथरस एवम कैलाश चन्द जैन पुत्र गुलाबचंद निवासी मोहम्मद थाना शिकोहाबाद फिरोजाबाद बताया।
एग्जाम पास कराने में सभी का था शेयर
पकड़े गए आरोपियों ने पूछताछ में आरोपी हेतपाल ने बताया कि वे समरवीर के साथ मिलकर भर्ती में सॉल्वर बिठाकर परीक्षा पास कराते हैं। जितेन्द्र व प्रदीप आसपास से लड़कों को लाना व परीक्षा केंद्र पर छोडऩा व रुपयों के लेनदेन का काम देखते हैं। रविकांत यादव सॉल्वर के रूप में काम करता है, जो एक परीक्षा पास कराने के 50 हजार रुपए लेता है, स्कूल के प्रवेश द्वार पर समरवीर की सेटिंग सुनील से है, जो कुनाल स्कूल में काम करता है व सॉल्वर को प्रवेश कराने में हम लोगों की मदद करता है वह एक परीक्षा कराने के 30 हजार रुपए लेता है।
शिकोहाबाद में फिंगर प्रिंट की चिप तैयार
कैलाश चन्द जैन हम लोगों को फिंगर प्रिंट तैयार करके देता है। जिसके बदले में पांच हजार रुपए लेता है। सुनील की ऑनलाइन परीक्षा केन्द्र के प्रबंधक के साथ व्यवस्था रहती है। रविकांत जिस अभ्यर्थी की परीक्षा में बैठाता है। उस अभ्यर्थी से परीक्षा से पूर्व आधी रकम करीब 3 लाख रुपए लिए जाते हैं। तभी परीक्षार्थियों के फिंगरप्रिंट रविकांत के साथी कैलाशचंद्र तैयार करते हैं, जो पैसे देकर शिकोहाबाद में चिप में तैयार किए जाते हैं। यह चिप परीक्षा के समय उपयोग में लाया जाता है ताकि पकड़ा न जा सके।
व्हाट्सएप के जरिए शेयर करते थे जानकारी
सभी लोग आपस मे मिलकर प्लान बनाकर यह काम करते हैं, हम लोग कई अभ्यर्थियों की परीक्षा करा चुके हैं, इसके हिसाब के लिए कुनाल एजुकेशनल स्कूल में इक_ा हुए हैं। तथा आने वाली परीक्षा के संबंध में योजना बना रहे थे, हम लोग व्हाट्सएप के माध्यम से एडमिट कार्ड व अन्य जानकारी साझा करते हैं.आरोपियों ने बताया कि कुनाल एजुकेशनल कॉलेज में अधिकांश परीक्षा में अपने सॉल्वर बैठाते हैं।
गिरफ्तार करने वाली टीम
थानाध्यक्ष सैंया सुमनेश कुमार की टीम में अजय कुमार स्वाट टीम, अजय धामा प्रभारी सर्विलांस टीम,कुलदीप मलिक चौकी इंचार्ज तेहरा, अमर राणा चौकी इंचार्ज लादूखेड़ा, संजीव चौधरी उपनिरीक्षक आदि लोगों ने मिलकर इस गैंग का भंडाफोड़ किया है।
एक महीने में 10 भेजे जेल
पुलिस द्वारा सॉल्वर गैंग पर लगातार कार्यवाही करते हुए विगत एक माह में लगभग दस फर्जी आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। इसी क्रम में शुक्रवार को सैंया पुलिस द्वारा कुनाल एजुकेशनल कॉलेज से कुल सात आरोपियों को पकड़ा है।
कब्जे से बरामदगी
एक कार, एक बाइक 9 मोबाइल फोन, 57900 रुपए की नगदी, फर्जी आधार कार्ड, फिंगरप्रिंट के लिफाफे समेत अन्य सामान बरामद हुआ है।
[ad_2]
Source link