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पुलिस गिरफ्त में आरोपी
– फोटो : अमर उजाला
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आगरा जीआरपी ने नकली नोट बनाने के गैंग का एक और सदस्य पश्चिम बंगाल से पकड़ा है। यह 25 हजार रुपये का इनामी है। बीते महीने जीआरपी ने 1.50 लाख रुपये जाली नोट के साथ मथुरा में गैंग का सरगना पकड़ा था। अब तक इस गैंग के सात आरोपी पकड़े जा चुके हैं।
रेलवे पुलिस अधीक्षक आदित्य लांगहे ने बताया कि मथुरा में नकली नोट बनाने के गैंग का सरगना कलीमुल्ला काजी पकड़ा था। पूछताछ में उसने गैंग के एक और सदस्य पश्चिम बंगाल के कलियाचक मालदा निवासी मोहम्मद जियाउल हक का नाम बताया। इस पर दो टीम बनाईं और सर्विलांस की मदद से उसे पश्चिम बंगाल से पकड़ा है। इस गैंग के 7 सदस्य गिरफ्तार हो चुके हैं।
इसमें बीते महीने कलीमुल्ला, मोहम्मद तमीम और धर्मेंद्र को 1.50 लाख रुपये के जाली नोट के साथ मथुरा में पकड़ा था। रौनक उर्फ मुकेश को वाराणसी और दानिश उर्फ करन शर्मा को महाराष्ट्र से बीते 3 फरवरी को पकड़ा है। दीपक आजमगढ़ और सचिन को हरियाणा से गिरफ्तार किया।
ऑनलाइन मंगाते थे सामग्री
पुलिस अधीक्षक रेलवे ने बताया कि बदमाशों से पूछताछ में पता चला कि नकली नोट बनाने का रैकेट कई राज्यों तक फैला है। अभी पूछताछ में पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, हरियाणा में इनके सदस्य हैं। पूछताछ में अपराधियों ने बताया कि चीन की कंपनी से अलीबाबा साइट से कागज, स्याही और आरबीआई मुद्रित सुरक्षा धागा कूरियर कर मंगाते थे। वाराणसी के सारनाथ और हरियाणा के यमुनानगर में इनकी छपाई करते थे। गैंग का सदस्य रौनक प्रिंटिंग प्रेस में छपाई का काम करता था। इनसे प्रिंटिंग प्रेस, लैपटॉप, स्कैनर भी जब्त करते हैं। बांग्लादेश बॉर्डर से नकली नोट लाकर भी पूरे देश में इनको खपाते थे।
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