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बांकेबिहारी मंदिर में बरसते रंग
– फोटो : अमर उजाला
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जन-जन के आराध्य ठाकुर श्रीबांकेबिहारी महाराज आज रंगभरनी एकादशी से जगमोहन में स्वेत पोशाक धारण कर, रजत सिंहासन पर विराजित होकर भक्तों संग होली खेलेंगे। इस परंपरा के बाद मंदिर में रंग वाली होली का शुभारंभ हो जाएगा। मंदिर को रंगबिरंगे गुब्बारों और फूलों से सजाया गया है।
मंदिर के सेवायत प्रहलाद वल्लभ गोस्वामी ने बताया कि रंगभरनी एकादशी पर ठाकुर बांकेबिहारी के लिए शुद्ध केसर का रंग बनाया गया है। सेवायत सबसे पहले स्वर्ण रजत निर्मित पिचकारी से स्वेत वस्त्र धारण किए हुए ठाकुर बांकेबिहारी के ऊपर रंग डालते हैं, इसके बाद होली का परंपरागत शुभारंभ होता है। गोस्वामी ने बताया कि ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर में टेसू के रंगों के साथ-साथ चोवा, चंदन के अलावा अबीर गुलाल से होली खेली जाती है। बताया कि रंगभरनी एकादशी से शुरू होकर होली पूर्णिमा की शाम तक होती है। होली के दौरान ठाकुरजी को चाट, ठंडाई, जलेबी का विशेष भोग लगाया जाएगा।
रंगीली होली शोभायात्रा निकलेगी आज
रंगभरनी एकादशी पर्व पर प्रतिवर्ष राधावल्लभ मंदिर से निकाली जाने वाली परंपरागत प्रिया प्रियतम की रंगीली होली शोभायात्रा मंदिर से शुक्रवार अपराह्न एक बजे से प्रारंभ होगी। शोभायात्रा में प्रिया प्रियतम सुसज्जित रथ पर सवार होकर भक्तों संग होली खेलने के लिए नगर का भ्रमण करेंगे। शोभायात्रा नगर के प्रमुख मार्गों से होती हुई मंदिर प्रांगण में आकर समाप्त होगी।
बांकेबिहारी मंदिर में उमड़ी भीड़
रंगभरनी एकादशी की पूर्व संध्या पर ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर में दर्शन के लिए भक्तों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। दर्शन खुलने के साथ ही मंदिर में भक्तों का रेला प्रवेश कर गया। हाथों में गुलाल लेकर भक्त आराध्य के साथ होली खेलने पहुंचे। भक्तों द्वारा मंदिर में गुलाल उड़ाया जा रहा था। इधर हजारों भक्तों ने बृहस्पतिवार को एकादशी का पर्व मानकर वृंदावन की पंचकोसीय परिक्रमा दी।
टेसू के रंगों का होगा प्रयोग
ठाकुर श्रीबांकेबिहारी मंदिर के साथ ही राधावल्लभ, राधादामोदर, राधाश्याम सुंदर, राधारमण मंदिर, राधा गोपीनाथ, राधासेनह बिहारी, मदन मोहन मंदिर, यशोदानंदन धाम, गोदाहरिदेव दिव्य देश आदि मंदिरों में टेसू के रंगों का प्रयोग होगा।
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