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सौमेश शटर डालकर दुकान के अंदर चारपाई पर सो रहे थे। परिवार के अन्य लोग अंदर थे। बेटे पवन ने बताया कि रात में पिता के चीखने की आवाज सुनकर सभी जाग गए। बाहर आए तो युवक उन पर पेचकस से प्रहार कर रहा था। इस पर उसे पकड़ने की कोशिश की, लेकिन वो भागने लगा। गांव के लोग आ गए। उन्होंने आरोपी को पकड़ लिया। लहूलुहान पिता को अस्पताल ले गए, जहां उनकी मौत हो गई।
जिसने खिलाया खाना, उसी की कर दी हत्या
गांव के लोगों ने पुलिस को बताया कि आरोपी चोरी के इरादे से आया था। मंदिर से उसे भगा दिया गया था। सौमेश ने उस पर दया की और रात को खाना खिला दिया, लेकिन आरोपी मौके इंतजार में वही बैठा रहा। लोग उसके इरादे को भांप नहीं सके। रात में मौका लगते ही वह चोरी करने घुसा और सौमेश के रोकने पर पेचकस से उसी की हत्या कर दी। हत्या से मृतक परिवार में कोहराम मचा हुआ है। सौमेश के तीन बेटे और एक बेटी है। बेटी गोमती 12वीं और छोटा बेटा धर्मेश भी पढ़ता है। बंटी और पवन काम करते हैं।
सीओ हरीपर्वत एएसपी सत्य नरायन ने बताया कि आरोपी बाबू नगर, खंदारी निवासी अरुण कुमार है। वह दो दिन से मंदिर के आसपास ही घूम रहा था। पूछताछ में पता चला कि वह मजदूरी करता था। वह आए दिन किसी न किसी से झगड़ा कर लेता था। परिवार के लोग उससे दूरी बनाकर रखते हैं। कैलाश गांव में चोरी के इरादे से आया था।
एएसपी सत्य नरायन ने बताया कि उसने सौमेश को रुपये रखते हुए देख लिया था। ताले तोड़ने के लिए पेचकस लेकर आया था। शटर का ताला नहीं लगा था तो वह शटर खोलकर घुस गया था। सौमेश के जागने पर पेचकस से हमला कर दिया। आरोपी को कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया।
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