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तोता
– फोटो : अमर उजाला
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आगरा के फतेहपुर सीकरी में हैरान करने वाला मामला सामने आया है। यहां पर्यटक परिवार को सवा महीने बाद उनका प्यारा तोता ‘मिट्ठू’ मिल ही गया। गाइड ने तोते को पकड़ने के बाद परिवार के लोगों को जानकारी दी। पूरा परिवार दिल्ली से फतेहपुर सीकरी तोते को लेने के लिए पहुंचा। परिवार के सदस्यों ने गाइड को धन्यवाद दिया।
मेहरौली दहेली के निवासी आलोक 19 सितंबर को परिवार के साथ फतेहपुर सीकरी आए थे। साथ में उनका तोता मिट्ठू भी था। वे स्मारक देखने के लिए चले गए। इस दौरान तोता गाड़ी में से न जाने कहां उड़ गया। वे वापस जब गुलिस्तां पार्किंग में अपनी गाड़ी के पास आए, तो तोतो के गाड़ी में न देखकर परेशान हो गए। काफी प्रयास के बाद भी तोता उन्हें वापस नहीं मिल सका। इसके बाद पूरा परिवार मायूस होकर घर वापस लौट गया, लेकिन इस बीच तोते की जानकारी लेने के लिए वे गाइडों से लगातार संपर्क करते रहे।
मंगलवार की सुबह जब रहीसो गाइड सीकरी स्मारक में घूम रहे थे, तो उन्होंने तोते के एक झुण्ड को मिट्ठू को परेशान करते हुए देखा। वे समझ गए कि ये तोता मिट्ठू ही हो, जो दूसरी नस्ल का है। इसी वजह से स्थानीय नस्ल के तोतों के साथ घुल मिल नहीं पा रहा है। उसी दौरान उन्हें आलोक के गायब हुए तोते के बारे में याद आया। उन्होंने इस तोते को अन्य साथियों के साथ मिलकर पकड़ लिया और आलोक को सूचना दे दी।
सूचना मिलते ही पर्यटक आलोक दिल्ली से अपने प्यारे तोते को लेने फतेहपुर सीकरी चले आए। उन्होंने रहीसों व उनके साथियों को धन्यवाद दिया और भावुक हो उठे। आलोक ने सभी को मिठाई व अन्य उपहार भेंट किए। आलोक ने बताया कि उन्होंने अल्कक्रिजन प्रजाति के पहाड़ी तोता को ढाई साल से अपने बच्चे की तरह पाला है। वह उनके परिवार के सदस्य जैसा है। सीकरी में अंजान व्यक्ति द्वारा गाड़ी का गेट खोल दिये जाने के चलते तोता डरकर उड़ गया था। तोते के जाने के बाद परिवार में कई लोग बीमार तक पड़ गए।
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