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डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय
– फोटो : अमर उजाला
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एमबीबीएस की मुख्य परीक्षा में पन्ने खाली थे, लेकिन जब पूरक परीक्षा की कॉपियां आईं तो पूरा प्रश्नपत्र हल था। दो महीने में ऐसी बौद्धिकता देख एसएन मेडिकल कॉलेज के चिकित्सा शिक्षकों का माथा ठनका। कॉपियां बदले जाने की पूरी आशंका देख कॉपियां जांचने से मना किया और इसकी शिकायत डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय से की।
जांच में सामने आया सच
निजी मेडिकल कॉलेजों की एमबीबीएस की पूरक परीक्षा की कॉपियां एसएन मेडिकल कॉलेज में जांचने के लिए आईं। यहां के चिकित्सा शिक्षिकों ने कॉपियां जांचना शुरू किया तो पूरा प्रश्न हल था और मामूली त्रुटियां दिख रही थीं, जबकि मुख्य परीक्षा में इन छात्रों की कॉपियां खाली थीं। इक्का-दुक्का प्रश्न ही सही थे। इससे शिक्षकों ने कॉपियां बदले जाने की आशंका पर एसएन मेडिकल कॉलेज प्रशासन को अवगत कराया।
विश्वविद्यालय के अधिकारियों को दी जानकारी
एसएन कॉलेज प्रशासन ने विश्वविद्यालय के अधिकारियों को जानकारी देते हुए कॉपियां जांचने से मना कर दिया। जांच के नाम पर विश्वविद्यालय के अधिकारियों ने खानापूर्ति कर सभी को क्लीन चिट दे दी। इसके बाद एक छात्र नेता ने परीक्षा केंद्र से एजेंसी तक पहुंचाने के बीच रास्ते में कॉपियां बदले जाने की शिकायत विश्वविद्यालय के अधिकारियों को दी, इसके बाद ये रैकेट पकड़ में आया।
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