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औंछा। एसडीएम घिरोर रहे रतन वर्मा के खिलाफ औंछा निवासी संदीप कठेरिया की शिकायत पर राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग ने जांच कराने के निर्देश दिए हैं। इस संबंध में डीएम से 30 सितंबर तक रिपोर्ट मांगी है। इस समय एसडीएम रतन वर्मा आगरा के बाह में तैनात है।
तहसील घिरोर के थाना औंछा क्षेत्र के ग्राम मधन में राधेश्याम कठेरिया गाटा संख्या 2252 पर 25 सितंबर 2021 को निर्माण कार्य कर रहे थे। ग्रामीणों द्वारा अवैध निर्माण की सूचना पर तत्कालीन एसडीएम रतन वर्मा ने क्षेत्रीय लेखपाल को मौके पर भेजकर निर्माण कार्य रुकवा दिया था। पीड़ित के अनुसार एसडीएम ने राधेश्याम को तहसील बुलाया। औंछा निवासी संदीप कठेरिया को साथ लेकर राधेश्याम तहसील घिरोर पहुंचे। संदीप का आरोप है कि एसडीएम रतन वर्मा ने संदीप कठेरिया व उनके समाज के लोगों को जातिसूचक गाली देकर जेल भेजने की धमकी दी थी। इसकी शिकायत संदीप कठेरिया व उनके साथियों ने राष्ट्रीय अनुसूचित आयोग में की थी। शिकायत पर संज्ञान लेकर राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग ने घिरोर तहसील में तैनात रहे एसडीएम रतन वर्मा के खिलाफ दिए गए प्रार्थनापत्र की जांच करने के लिए डीएम को आदेश दिए हैं। डीएम से 30 सितंबर तक रिपोर्ट भी मांगी है। इस संबंध में फोन पर एसडीएम रतन वर्मा ने बताया कि मामला उनके संज्ञान में नहीं है।
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औंछा। एसडीएम घिरोर रहे रतन वर्मा के खिलाफ औंछा निवासी संदीप कठेरिया की शिकायत पर राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग ने जांच कराने के निर्देश दिए हैं। इस संबंध में डीएम से 30 सितंबर तक रिपोर्ट मांगी है। इस समय एसडीएम रतन वर्मा आगरा के बाह में तैनात है।
तहसील घिरोर के थाना औंछा क्षेत्र के ग्राम मधन में राधेश्याम कठेरिया गाटा संख्या 2252 पर 25 सितंबर 2021 को निर्माण कार्य कर रहे थे। ग्रामीणों द्वारा अवैध निर्माण की सूचना पर तत्कालीन एसडीएम रतन वर्मा ने क्षेत्रीय लेखपाल को मौके पर भेजकर निर्माण कार्य रुकवा दिया था। पीड़ित के अनुसार एसडीएम ने राधेश्याम को तहसील बुलाया। औंछा निवासी संदीप कठेरिया को साथ लेकर राधेश्याम तहसील घिरोर पहुंचे। संदीप का आरोप है कि एसडीएम रतन वर्मा ने संदीप कठेरिया व उनके समाज के लोगों को जातिसूचक गाली देकर जेल भेजने की धमकी दी थी। इसकी शिकायत संदीप कठेरिया व उनके साथियों ने राष्ट्रीय अनुसूचित आयोग में की थी। शिकायत पर संज्ञान लेकर राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग ने घिरोर तहसील में तैनात रहे एसडीएम रतन वर्मा के खिलाफ दिए गए प्रार्थनापत्र की जांच करने के लिए डीएम को आदेश दिए हैं। डीएम से 30 सितंबर तक रिपोर्ट भी मांगी है। इस संबंध में फोन पर एसडीएम रतन वर्मा ने बताया कि मामला उनके संज्ञान में नहीं है।
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