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पुलिस गिरफ्त में आरोपी
– फोटो : अमर उजाला
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आगरा में सिकंदरा हाईवे पर हादसे के बाद लाशों के बीच हमदर्दी दिखाकर कुछ लोग मृतक खोआ व्यापारी धर्मेंद्र गुप्ता के सड़क पर पड़े 1 लाख रुपये उठाकर ले गए थे। मामले में रविवार को पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा। सात हजार रुपये बरामद किए। आरोपियों ने नौ हजार मिलने की बात कही। मगर, परिवार मानने को तैयार नहीं है। बाकी रकम कहां गई? अब तक पुलिस पता नहीं कर सकी है। हालांकि पुलिस का कहना है कि विवेचना जारी है।
हादसा 9 जनवरी की शाम को लगभग सवा सात बजे हुआ था। नशे में चालक ने कंटेनर दौड़ा दिया था। करीब 18 वाहनों को टक्कर मारी थी। हादसे में तीन बाइक सवारों की मौत हुई थी। इनमें बल्केश्वर के रहने वाले धर्मेंद्र गुप्ता भी शामिल थे। उनके भाई महेंद्र गुप्ता ने मुकदमा दर्ज कराया था। आरोप लगाया था कि भाई धर्मेंद्र मथुरा के व्यापारियों से रुपये लेकर लौट रहे थे। वह हमेशा 1 से 1.5 लाख रुपये लेकर आते थे। हादसे में धर्मेंद्र की मौत हो गई। उनके थैले में रखे नोट सड़क पर बिखर गए। इसका फायदा मदद के बहाने कुछ लोगों ने उठाया। रुपये लेकर चले गए। मामले में पुलिस ने तीन को गिरफ्तार किया। इनमें राकेश, आकाश और प्रवीन थे।
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उन्होंने पुलिस को बताया कि उन्हें नौ हजार मिले थे। इनमें से सभी ने बांट लिए थे। पुलिस ने उनसे सात हजार बरामद कर लिए। अब सवाल उठता है कि बाकी रकम कहां गई। इतनी कम रकम धर्मेंद्र नहीं लाते थे। यह दावा मृतक के भाई ने किया है। थाना प्रभारी निरीक्षक नीरज कुमार शर्मा ने बताया कि मामले में विवेचना की जा रही है। रकम चोरी करने में जो भी शामिल होगा, उसकी पहचान करके कार्रवाई की जाएगी।
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