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पीड़ित रामबेटी
– फोटो : अमर उजाला
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एटा में समाज कल्याण विभाग की ओर जारी वृद्धा पेंशन डेढ़ वर्ष से बुजुर्ग महिला को नहीं मिली तो वह शनिवार को कार्यालय पहुंच गई। यहां कर्मचारियों ने महिला को देखा तो दंग रह गए। दरअसल, नगर पंचायत की ओर से किए गए सत्यापन में वृद्धा को मृत दर्शा दिया गया था। इसके कारण उसकी पेंशन बंद कर दी गई।
जैथरा कस्बा के मोहल्ला गांधी नगर निवासी रामबेटी देवी (73) की डेढ़ वर्ष से वृद्धा पेंशन नहीं आ रही थी। इसके बाद समाज कल्याण विभाग में अपनी पेंशन बंद होने की जानकारी करने पहुंची। यहां कर्मचारियों ने दस्तावेजों को देखा तो बताया कि आप तो मृत दशाई गई हो, इसकी वजह से पेंशन बंद हो गई है।
सत्यापन रिपोर्ट गलत भेजी गई
समाज कल्याण अधिकारी रश्मि यादव ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्र का सत्यापन ब्लॉक स्तर से बीडीओ और शहरी क्षेत्र का ईओ के माध्यम से किया जाता है। सत्यापन रिपोर्ट गलत भेजी गई है। इसकी वजह से वृद्धा की पेंशन बंद हुई है।
रामबेटी ने बताया कि पेंशन से ही गुजारा चल रहा था। उनके पति की मौत हो चुकी है और अन्य कोई आय का साधन नहीं है। जिंदा रहते ही अधिकारियों ने मार दिया। अब नगर पंचायत से लिखवाकर देने की बात कही गई है। शरीर में खुद ही जान नहीं है, लड़खड़ाते कदमों से चलने को विवश हैं। ऐसे में अब अधिकारियों के दफ्तरों के चक्कर कैसे लगा पाऊंगी।
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