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सांकेतिक तस्वीर।
– फोटो : सोशल मीडिया
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आगरा के एसएन मेडिकल कालेज के बाल रोग विभाग से लापता हुए फिरोजाबाद बाल गृह के 12 वर्षीय बालक का दूसरे दिन भी कोई सुराग नहीं लग सका। पुलिस ने दस से अधिक क्षेत्र में सीसीटीवी कैमरों के फुटेज चेक किए। एक फुटेज में वो अकेला ही नजर आ रहा है। पुलिस का कहना है कि बाल गृह प्रशासन की ओर से तहरीर नहीं दी गई है। फिर भी बालक की तलाश की जा रही है।
फिरोजाबाद बाल गृह में रह रहे 12 वर्षीय बालक की तबीयत खराब हो गई थी। इस पर उसे नौ नवंबर को एसएन मेडिकल कालेज इमरजेंसी में भर्ती कराया गया था। वह बाल रोग विभाग में शिफ्ट कर दिया गया था। शनिवार सुबह 4 बजे बालक लापता हो गया था। दो कर्मचारी देखभाल में तैनात थे। उन्होेंने पुलिस को सूचना दी थी। पुलिस ने तलाश की, लेकिन उसका सुराग नहीं लग सका। थाना एमएम गेट के प्रभारी निरीक्षक अवधेश कुमार अवस्थी ने बताया कि मेडिकल कालेज परिसर में लगे सीसीटीवी कैमरों के फुटेज चेक किए गए। इनमें एक कैमरे के फुटेज में बालक नजर आया। उसके साथ कोई अन्य व्यक्ति नहीं है। वह अकेला ही जाता दिख रहा है। एसएन मेडिकल कालेज से निकलकर वो कहां गया, यह पता नहीं चल सका है। उसकी तलाश में टीम लगी है। बाल गृह प्रशासन की ओर से थाने में अभी तहरीर नहीं दी गई है। अगर, तहरीर मिलती है तो मुकदमा दर्ज किया जाएगा।
इटली की दंपती के गोद लेने का हुआ था विरोध
सामाजिक कार्यकर्ता नरेश पारस ने बताया कि लापता बालक दस साल पहले यमुना ब्रिज क्षेत्र में मिला था। उसे बाल गृह में रखा गया था। दस साल की उम्र पूरी करने पर फिरोजाबाद बाल गृह भेज दिया गया। मई में एक युवक ने उसके भाई होने का दावा किया था। उसने बताया था कि वह और उसका भाई बिजली घर पर परिवार सहित रहते थे। एक दिन घर से निकल गए थे। लापता होने पर एक संस्था को मिले। उन्हें बाल गृह में भेज दिया गया। तब युवक दस साल का था। 18 साल की उम्र होने पर बंगलूरू की संस्था उसे अपने साथ ले गई। व्यवसायिक कोर्स करने पर उसकी नौकरी लग गई। जब उसे पता चला कि उसके भाई को इटली की दंपती गोद लेना चाहती है तो वो आ गया। उसने कोर्ट में आपत्ति लगाई थी। कहा कि जब परिवार है तो उसे गोद कैसे दिया जा सकता है। इस पर भाई को गोद नहीं दिया जा सका। अब उसके लापता होने पर भाई नहीं पहुंचा है।
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