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मैनपुरी।
नेताजी ने हर जिम्मेदारी और फर्ज को आजीवन निभाने का प्रयास किया। इसी की एक मिसाल इसी साल हुए विधानसभा चुनाव में भी उन्होंने पेश की। स्वास्थ्य खराब होने के बाद भी उन्होंने पिता का फर्ज निभाया और बेटे अखिलेश के लिए करहल विधानसभा क्षेत्र में वोट मांगें। मैनपुुरी जिले में उनकी यही सभा आखिरी साबित हुई। इसके बाद फिर कभी मुलायम मैनपुरी नहीं आए।
यूपी विधानसभा चुनाव-2022 में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने करहल विधानसभा सीट से दावेदारी पेश की। अखिलेश के विरुद्घ भाजपा ने केंद्रीय मंत्री प्रो. एसपी सिंह बघेल को मैदान में उतारा। करहल सीट पर मुकाबला कड़ा था, लेकिन मुलायम सिंह यादव बीमारी के चलते चुनाव से दूर थे। जब इसकी चर्चाएं होने लगीं कि मुलायम सिंह यादव ने अखिलेश के चुनाव से दूर हैं तो नेताजी ने खुद प्रचार में उतरने का निर्णय लिया। 17 फरवरी 2022 को करहल विधानसभा क्षेत्र के कोसमा चौराहे पर उन्होंने बेटे अखिलेश के लिए जनसभा की और वोट मांगे। जब वे यहां तो उनकी हालत इतनी खराब थी कि उन्हें तीन से चार लोगों ने सहारा देकर गाड़ी से उतारकर मंच पर चढ़ाया।
जब मुुलायम सिंह यादव के बोलने की बारी आई तो बेटे अखिलेश ने कुर्सी पर बैठकर ही संबोिधित करने के लिए कहा। लेकिन नेताजी ने खड़े होकर संबोधित करने का इशारा किया। इसके बाद सुरक्षाकर्मियों ने सहारा देकर उन्हें माइक तक पहुंचाया। यहां लड़खड़ाती जुबान में नेताजी ने जनता का अभिवादन स्वीकार किया और फिर बेटे अखिलेश को भारी बहुमत से जिताने की अपील की। ये नेताजी की मैनपुरी में आखिरी जनसभा थी, इसके बाद मुलायम सिंह यादव फिर कभी मैनपुरी में नहीं आए।
भीड़ के चलते टूट गया था मंच
कोसमा चौराहे पर हुई रैली में इतनी भीड़ उमड़ी थी कि उसे काबू करना मुश्किल हो रहा था। यहां दो मंच बनाए गए थे, एक पर नेताजी अखिलेश यादव व अन्य मौजूद थे तो वहीं दूसरे पर सपा के वरिष्ठ नेता। भीड़ के चलते दूसरा मंच भी टूट गया था। वहीं मुुलायम सिंह की एक झलक पाने के लिए लोगों ने बैरीकेडिंग भी तोड़ डाली थी।
मैनपुरी।
नेताजी ने हर जिम्मेदारी और फर्ज को आजीवन निभाने का प्रयास किया। इसी की एक मिसाल इसी साल हुए विधानसभा चुनाव में भी उन्होंने पेश की। स्वास्थ्य खराब होने के बाद भी उन्होंने पिता का फर्ज निभाया और बेटे अखिलेश के लिए करहल विधानसभा क्षेत्र में वोट मांगें। मैनपुुरी जिले में उनकी यही सभा आखिरी साबित हुई। इसके बाद फिर कभी मुलायम मैनपुरी नहीं आए।
यूपी विधानसभा चुनाव-2022 में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने करहल विधानसभा सीट से दावेदारी पेश की। अखिलेश के विरुद्घ भाजपा ने केंद्रीय मंत्री प्रो. एसपी सिंह बघेल को मैदान में उतारा। करहल सीट पर मुकाबला कड़ा था, लेकिन मुलायम सिंह यादव बीमारी के चलते चुनाव से दूर थे। जब इसकी चर्चाएं होने लगीं कि मुलायम सिंह यादव ने अखिलेश के चुनाव से दूर हैं तो नेताजी ने खुद प्रचार में उतरने का निर्णय लिया। 17 फरवरी 2022 को करहल विधानसभा क्षेत्र के कोसमा चौराहे पर उन्होंने बेटे अखिलेश के लिए जनसभा की और वोट मांगे। जब वे यहां तो उनकी हालत इतनी खराब थी कि उन्हें तीन से चार लोगों ने सहारा देकर गाड़ी से उतारकर मंच पर चढ़ाया।
जब मुुलायम सिंह यादव के बोलने की बारी आई तो बेटे अखिलेश ने कुर्सी पर बैठकर ही संबोिधित करने के लिए कहा। लेकिन नेताजी ने खड़े होकर संबोधित करने का इशारा किया। इसके बाद सुरक्षाकर्मियों ने सहारा देकर उन्हें माइक तक पहुंचाया। यहां लड़खड़ाती जुबान में नेताजी ने जनता का अभिवादन स्वीकार किया और फिर बेटे अखिलेश को भारी बहुमत से जिताने की अपील की। ये नेताजी की मैनपुरी में आखिरी जनसभा थी, इसके बाद मुलायम सिंह यादव फिर कभी मैनपुरी में नहीं आए।
भीड़ के चलते टूट गया था मंच
कोसमा चौराहे पर हुई रैली में इतनी भीड़ उमड़ी थी कि उसे काबू करना मुश्किल हो रहा था। यहां दो मंच बनाए गए थे, एक पर नेताजी अखिलेश यादव व अन्य मौजूद थे तो वहीं दूसरे पर सपा के वरिष्ठ नेता। भीड़ के चलते दूसरा मंच भी टूट गया था। वहीं मुुलायम सिंह की एक झलक पाने के लिए लोगों ने बैरीकेडिंग भी तोड़ डाली थी।
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