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थाने में बैंठी अधिशासी अधिकारी
– फोटो : अमर उजाला
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आगरा में पंचायत की प्रशासनिक अधिकारी के बीच हुए विवाद में फतेहाबाद की नगर पंचायत अध्यक्ष आशा देवी की मुश्किलें और बढ़ गई हैं। विवाद के बाद थाने में हुए हंगामे और अभद्रता करने के मामले में भी पुलिस ने पंचायत अध्यक्ष व उनके सहयोगियों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया है। वहीं रविवार को पुलिस ने पंचायत अध्यक्ष के भाई और बेटे को जेल भेज दिया। नगर पंचायत अध्यक्ष पर भी गिरफ्तारी की तलवार लटक गई है। दोनों मुकदमों में वह नामजद हैं।
ये है मामला
अधिशासी अधिकारी नगर पंचायत कल्पना वाजपेयी ने मुकदमे में लिखाया था कि वह शुक्रवार को कार्यालय में बैठी थीं। नगर पंचायत चेयरमैन आशा देवी अपने बेटे तरुण, भाई मनीष और कुछ अन्य लोगों के साथ आईं। अभद्रता की। उन्हें बंधक बना लिया। उनसे अभद्रता की गई। फोन छीनने की कोशिश, धक्का मुक्की की गई।
पुलिस ने लिखा दूसरा मुकदमा
दूसरा मुकदमा पुलिस ने अपनी तरफ से लिखाया है। इसमें कहा गया है कि अधिकारी कल्पना वाजपेयी थाने में सीओ फतेहाबाद, तहसीलदार व इंस्पेक्टर की मौजूदगी में अपने साथ हुई घटना बता रही थीं। नगर पंचायत अध्यक्ष आशा देवी चक, भाई मनीष व बेटा तरुण अपने समर्थकों के साथ थाने आ गए। हंगामा शुरू कर दिया। कल्पना वाजपेयी का मोबाइल छीनकर उससे वीडियो डिलीट करने लगे। पुलिस अधिकारियों ने रोकने का प्रयास किया तो उनसे भी अभद्रता की। खींचतान के साथ मारपीट तक कर डाली। महिला आरक्षी से अभद्रता की गई। घटना से थाने में अफरा-तफरी मच गई। फरियादी घबरा गए।
एसआई सनोज कुमार की तहरीर पर पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ बलवा, मारपीट, गाली-गलौज, सरकारी कार्य में बाधा, जान से मारने की धमकी की धारा के तहत मुकदमा दर्ज किया था। पुलिस ने आरोपित मनीष चक व तरुण असौलिया को गिरफ्तार करके शनिवार को जेल भेज दिया। मुकदमे में नामजद आशा देवी के खिलाफ भी कानूनी कार्रवाई तय है। पुलिस ने उनकी तलाश में कई जगह दबिश दी। चर्चा है कि पुलिस आशा देवी की गिरफ्तारी से पहले विधिक राय लेगी।
सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी
एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने बताया कि पुलिस ने दो मुकदमे दर्ज किए हैं। साक्ष्यों के आधार पर दो आरोपियों को जेल भेजा है। गुंडई की घटना में जो भी शामिल है उसके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
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