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कासगंज। अमांपुर नगरपंचायत के चेयरमैन कमांडो चांद अली पर पीएसी की नौकरी के लिए पिछड़ी जाति के प्रमाण पत्र का उपयोग करने का आरोप लगा है। इस संबंध में गाजियाबाद के कौशांबी थाने में केस दर्ज हुआ है। इसकी जांच पुलिस कर रही है। चेयरमैन चांद अली ने नगर पंचायत अध्यक्ष का चुनाव सामान्य वर्ग की सीट पर लड़ा और वे मौजूदा चेयरमैन हैं।
32वीं वाहिनी पीएसी के उपसेनानायक अजय प्रताप सिंह ने मामले की जांच की। जांच रिपोर्ट में पिछड़ी जाति का प्रमाण पत्र गलत पाए जाने पर कौशांबी थाने में एफआईआर दर्ज कराई है। चेयरमैन चांदअली पर आरोप है कि उन्होंने पठान जाति का होने के बावजूद अपनी वास्तविक जाति छिपाते हुए षड्यंत्र के तहत मोमिन अंसार जाति का प्रमाण पत्र बनवाकर पिछड़ी जाति के आरक्षण का लाभ लेते हुए वे भर्ती हुए। भर्ती 17 दिसंबर 1996 को हुई। 21 साल सेवा के बाद उन्होंने 31 जुलाई 2017 को ऐच्छिक सेवानिवृत्ति ले ली और राजनीति से जुड़ गए। उन्होंने अमांपुर नगरपंचायत का चुनाव सामान्य वर्ग की सीट पर सामान्य प्रत्याशी के रूप में लड़ा। वह मौजूदा चेयरमैन हैं। नौकरी पिछड़ी जाति के प्रमाण पत्र पर की और चुनाव सामान्य सीट पर लड़ा। यह मामला अमांपुर में ही नहीं बल्कि जिलेभर में चर्चा का विषय बना हुआ है।
चेयरमैन ने आरोपों को बताया गलत
चेयरमैन कमांडो चांद अली का कहना है कि उन्होंने सामान्य वर्ग में ही पीएसी की नौकरी की है। जब प्रदेश का विभाजन हुआ तो उन्हें सामान्य वर्ग में ही उत्तराखंड भेजा गया, लेकिन हाईकोर्ट के आदेश के बाद वे उत्तर प्रदेश में रुके। उन्होंने बताया कि वे पूर्व में जिलाधिकारी को भी इस बात का शपथ पत्र दे चुके हैं।
विस्तार
कासगंज। अमांपुर नगरपंचायत के चेयरमैन कमांडो चांद अली पर पीएसी की नौकरी के लिए पिछड़ी जाति के प्रमाण पत्र का उपयोग करने का आरोप लगा है। इस संबंध में गाजियाबाद के कौशांबी थाने में केस दर्ज हुआ है। इसकी जांच पुलिस कर रही है। चेयरमैन चांद अली ने नगर पंचायत अध्यक्ष का चुनाव सामान्य वर्ग की सीट पर लड़ा और वे मौजूदा चेयरमैन हैं।
32वीं वाहिनी पीएसी के उपसेनानायक अजय प्रताप सिंह ने मामले की जांच की। जांच रिपोर्ट में पिछड़ी जाति का प्रमाण पत्र गलत पाए जाने पर कौशांबी थाने में एफआईआर दर्ज कराई है। चेयरमैन चांदअली पर आरोप है कि उन्होंने पठान जाति का होने के बावजूद अपनी वास्तविक जाति छिपाते हुए षड्यंत्र के तहत मोमिन अंसार जाति का प्रमाण पत्र बनवाकर पिछड़ी जाति के आरक्षण का लाभ लेते हुए वे भर्ती हुए। भर्ती 17 दिसंबर 1996 को हुई। 21 साल सेवा के बाद उन्होंने 31 जुलाई 2017 को ऐच्छिक सेवानिवृत्ति ले ली और राजनीति से जुड़ गए। उन्होंने अमांपुर नगरपंचायत का चुनाव सामान्य वर्ग की सीट पर सामान्य प्रत्याशी के रूप में लड़ा। वह मौजूदा चेयरमैन हैं। नौकरी पिछड़ी जाति के प्रमाण पत्र पर की और चुनाव सामान्य सीट पर लड़ा। यह मामला अमांपुर में ही नहीं बल्कि जिलेभर में चर्चा का विषय बना हुआ है।
चेयरमैन ने आरोपों को बताया गलत
चेयरमैन कमांडो चांद अली का कहना है कि उन्होंने सामान्य वर्ग में ही पीएसी की नौकरी की है। जब प्रदेश का विभाजन हुआ तो उन्हें सामान्य वर्ग में ही उत्तराखंड भेजा गया, लेकिन हाईकोर्ट के आदेश के बाद वे उत्तर प्रदेश में रुके। उन्होंने बताया कि वे पूर्व में जिलाधिकारी को भी इस बात का शपथ पत्र दे चुके हैं।
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