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समाजवादी पार्टी के संरक्षक नेताजी मुलायम सिंह राजनीति में नई पौध तैयार करने में भी माहिर थे। 37 साल पहले उन्होंने इसका बीज सूरसदन में हुए समाजवादी छात्र सभा के सम्मेलन में बोया था। यहां युवाओं में जोश भरते हुए छात्र राजनीति की धार पैनी की। युवाओं से सीधे रूबरू होते हुए कॉलेज से लेकर संसद तक का मंत्र दे गए थे।
सूरसदन में हुआ था सम्मेलन
इस अधिवेशन में शामिल हुए दुर्ग विजय सिंह भैया (वरिष्ठ अधिवक्ता) ने बताया कि वर्ष 1986 में सम्मेलन हुआ था। वह खुद संयोजक नियुक्त किए गए थे। सूरसदन में बड़ी संख्या में युवा आए थे। नेताजी जब मंच आए तो छात्रों ने उनका जोरदार स्वागत किया था। उन्होंने भाषण में छात्र राजनीति को लेकर युवाओं में जोश भरा था। कहा कि उनकी सरकार आई तो छात्र हित के लिए काम करेगी। उनकी समस्याओं का समाधान होगा। छात्र राजनीति में आएंगे तो देश को नई दिशा मिलेगी।
इस दौरान वे किसानों के हित पर भी बोले थे। किसानों के लिए कल्याणकारी योजनाओं बनाने की कवायद का वादा किया था। इसके बाद सर्किट हाउस पहुंचे थे। उन्होंने कुछ छात्रों से बात की थी।
आगरा में छात्र सभा का सम्मेलन करने के बाद पूरे प्रदेश में छात्र राजनीति को नेताजी धार देने गए थे। उन्होंने क्रांति रथ भी चलाया था। दुर्ग विजय सिंह भैया को तब समाजवादी जनता पार्टी से टिकट मिला था।
दुर्ग विजय सिंह भैया ने बताया कि वे पार्टी के टिकट पर दयालबाग विधानसभा सीट से चुनाव लड़े थे।
कार्यकर्ताओं के बीच बैठते थे
दुर्ग विजय सिंह भैया बताते हैं कि नेताजी ने कार्यकर्ताओं को कभी भी अपने से दूर नहीं खड़ा होने दिया। वह कार्यकर्ताओं के बीच बैठकर बातें करते थे। उनसे पार्टी की गतिविधियों की जानकारी लेते थे। उनकी समस्याओं को सुनकर दूर करने का प्रयास करते थे।
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