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पर्यटन थाना आगरा
– फोटो : अमर उजाला
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अनजान देश और अनजान लोगों के बीच अचानक उसकी तबीयत बिगड़ी। वह कभी चीखती, कभी चिल्लाती। कभी लोगों से बचने के लिए छत पर चढ़ जाती। पर्यटन पुलिस विदेशी महिला सैलानी की हरकतों से परेशान थी। न्यायालय के आदेश के बाद करीब एक सप्ताह तक मानसिक स्वास्थ्य संस्थान में इलाज के बाद मेक्सिको की महिला पर्यटक अपने देश वापस गई तो उसकी आंखें नम थीं।
9 जनवरी को पुरानी मंडी ताजगंज पर एक विदेशी सैलानी हंगामा कर रही थी। पर्यटन थाना पुलिस मौके पर पहुंची तो देखा एक मैक्सिको की महिला सैलानी कभी चलते ऑटो में बैठ जाती तो कभी पुलिस को देख दौड़ लगा देती। दोपहर 12 बजे से शुरू हुआ सैलानी का हुड़दंग रात 8 बजे तक बदस्तूर जारी था।
इस दौरान एक बार यह महिला पर्यटक छत पर भी चढ़ गई उसे बचाने की कवायद में पर्यटन थाने के सिपाही के पैर में दो जगह फ्रैक्चर हो गया और उसके पैर का ऑपरेशन कराना पड़ा। मेक्सिको की सैलानी को मानसिक स्वास्थ्य संस्थान में ले जाया गया। मेक्सिको दूतावास के अधिकारी भी पर्यटक से मिलने आए और यहां के इंतजामों से संतुष्ट होकर वापस चले गए। इस दौरान पर्यटन थानाध्यक्ष नीलम राणा ने सैलानी की सेवा परिवार के सदस्य के रूप में की। पर्यटक ने अस्पताल के खाने से इन्कार कर दिया तो नीलम राणा अपने घर से टिफिन बनवाकर लातीं और उसे अपने हाथों से खाना खिलातीं।
पिज्जा, बर्गर, फ्रेंच फ्राइज और चॉकलेट की डिमांड भी वो पूरी करती रहीं। करीब 10 दिन के इलाज और नीलम के प्यार, दुलार भरे व्यवहार के बाद 19 जनवरी को महिला सैलानी को सब इंस्पेक्टर मनोज और तीन आरक्षी हिमांशु, दीपक व पारुल के साथ दिल्ली स्थित दूतावास भेजा गया, जहां से सैलानी को उनके देश भेज दिया गया। जाते वक्त सैलानी की आंखें नम थी और वह नीलम राणा से यही बोली कि आई विल मिस यू, यू डिड अ लॉट फॉर मी। थैंक यू फॉर एवरीथिंग। लव यू फॉरेवर।
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